दिल्ली: मांगे नहीं मानीं गईं, तो स्वास्थ्य कर्मचारी करेंगे हड़ताल
सातवें वेतन आयोग की कई मांगे अब तक दिल्ली के स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें 30 अप्रैल तक का वक्त मिला है। अगर इसके बाद भी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया...
सातवें वेतन आयोग की कई मांगे अब तक दिल्ली के स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें 30 अप्रैल तक का वक्त मिला है। अगर इसके बाद भी उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो तो वह मजबूर होकर हड़ताल करेंगे।
मंगलवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को पत्र लिख इन कर्मचारियों ने जल्द से जल्द इन सिफारिशों को लागू कराने की मांग की है। दिल्ली राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि पिछले दो महीने से मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कई बार चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन उनकी बातें सुनी नहीं जा रही हैं। वहीं महासचिव गजराज सिंह ने बताया कि वह अपवनी मांगों के संबंध में मुख्य सचिव, प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) को लिखित आवेदन कर चुके हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
ये हैं प्रमुख मांगे
- सातवें वेतन आयोग द्वारा अनुमोदित पैसेंट केयर एलाउंस को लागू किया जाए।
- दिल्ली सरकार के अंतर्गत कार्य कर रहे कर्मचारियों को कैशलैश इलाज मिले।
- ऑपरेशन थियेटर कैडर की समीक्षा की जाए और इसके आधार पर उनके पद भरे जाएं।