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दिल्ली में बड़े ऐक्शन की तैयारी, MCD ने की कई अवैध इमारतों की पहचान

राजेन्द्र नगर कोचिंग इंस्टीट्यूट हादसे से सबक लेकर MCD ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में कई अवैध बिल्डिंग को चिन्हित किया है। सूत्रों की मानें तो जल्द दिल्ली में बड़ी कार्रवाई शुरू की जाएगी।

Krishna Bihari Singh हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 28 July 2024 10:34 AM
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राजेन्द्र नगर की जिस इमारत में छात्रों की मौत हुई, उसके तहखाने में व्यावसायिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं थी। 2021 में बनी इस इमारत के तहखाने में केवल कार लिफ्ट, पार्किंग और स्टोर बनाने की अनुमति थी, लेकिन यहां अवैध रूप से लाइब्रेरी चल रही थी। अब MCD राष्ट्रीय राजधानी में बड़े एक्शन की तैयारी कर रही है। MCD ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में कई अवैध बिल्डिंग को चिन्हित किया है। सूत्रों की मानें तो जल्द दिल्ली में बड़ी कार्रवाई शुरू की जाएगी। मेयर ने हाईलेवल कमेटी बनाई है। जल्द बड़ी कार्रवाई शुरू हो सकती है। 

अभियान चलाने के निर्देश
मेयर शैली ओबेरॉय ने तहखानों में चल रहे कोचिंग सेंटर या अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश निगम आयुक्त को दिए हैं। निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने बताया कि उन्होंने कहा कि इस मामले में एक-दूसरे पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए। इस हादसे के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष बारिश ने पिछले 88 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। इसलिए कई जगह जलभराव की समस्या हुई है, लेकिन निगम का प्रयास है कि दोबारा ऐसा हादसा न हो।

नियमों की अनदेखी पर सख्त ऐक्शन के निर्देश
शैली ओबेरॉय ने बताया कि उन्होंने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर दो महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। पहला, निगम के क्षेत्राधिकार में आने वाली इमारतों के तहखाने में जितने भी कोचिंग सेंटर नियमों और मानदंडों का उल्लंघन करते हुए चल रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। दूसरा, इस हादसे के लिए अगर कोई भी निगम अधिकारी जिम्मेदार है तो उसपर भी सख्त कार्रवाई की जाए।

नाला टूटने के चलते पानी भरने की संभावना
शैली ओबेरॉय ने बताया कि ऐसा लकता है कि इस इमारत के आगा से निकलने वाला सीवर या नाला अचानक से फट गया। आस-पास की इमारतों में पानी नहीं भरा है। नाला टूटने की वजह से पानी तेजी से तहखाने में भर गया जिसके चलते बच्चे उसमें फंस गए।

जलभराव से निपटने के लिए हो रहा काम
शैली ओबेरॉय ने कहा कि इस वर्ष अधिक जलभराव की समस्या देखने को मिली है जिसका बड़ा कारण अधिक बारिश होना है। निगम, पीडब्ल्यूडी और दिल्ली जल बोर्ड मिलकर इससे निपटने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली की जनता को आश्वासन देती हैं कि भविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो, इसके लिए प्रयास किया जाएगा।

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