दिल्ली में एक और दर्दनाक हादसा, नाले में बहने से मां-बच्चे की मौत, सड़क पर कई फीट था पानी
भारी बारिश के बीच खोड़ा और दिल्ली की सीमा पर बुधवार रात को एक मां बेटे की नाले में गिरकर मौत हो गई। हादसा करीब सवा आठ बजे हुआ। दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन स्टूडेंट की मौत के बाद राष्ट्रीय राजधानी में एक और बड़ा हादसा हुआ है। खोड़ा और दिल्ली की सीमा पर बुधवार रात को मां-बेटे की पानी से लबालब भरे नाले में गिरकर मौत हो गई। बताया जाता है कि सड़क पानी में डूबी थी इसलिए उन्हें नाले का पता नहीं चल पाया। यह हादसा करीब सवा आठ बजे हुआ। हालांकि दमकल की डिजास्टर यूनिट ने दोनों को नाले से 11 बजे बरामद किया। दोनों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस दोनों की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है।
लापरवाही का केस दर्ज, क्या बोली दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा- थाना गाजीपुर में सीएनजी पंप, गाजीपुर पेपर मार्केट, गोल्डन प्लेस के पास नाले से एक महिला और बच्चे की डेड बॉडी बरामद होने के संबंध में सूचना प्राप्त हुई। एएसआई रवि मौके पर पहुंचे तो पाया कि दोनों को पहले ही एलबीएस अस्पताल में भेजा गया है। डॉक्टरों ने तनुजा बिष्ट (23) और उसके बेटे प्रियांशु (3 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया। दोनों घर लौट रहे थे, जब प्रियांश एक खुले नाले में फिसल गया। आसपास के क्षेत्र में जलभराव से बच्चे को गड्ढा नहीं दिखाई दिया। बच्चे को बचाने के प्रयास में तनुजा भी नाले में गिर गई। लापरवाही से मौत को लेकर एफआईआर दर्ज की जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जाता है कि खोड़ा थाना क्षेत्र के प्रकाश नगर में रहने वाले गोविंद की पत्नी 22 वर्षीय तनुजा अपने तीन साल के बेटे प्रियांशु के साथ गाजीपुर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार से आ रही थी। बारिश थमने पर वह खरीदारी करने के लिए निकली थी। खोड़ा क्षेत्र से निकलकर रोड पार करते समय वह दिल्ली में गाजीपुर थाने के सामने निर्माणाधीन नाले में बच्चे समेत गिर गई। ज्यादा बारिश से सड़क पर कई फुट पानी भर गया था। इस कारण सड़क और नाले का अंदाजा नहीं लगने से हादसा हुआ। ऐसा माना जा रहा है।
रेहड़ी पटरी वालों ने दी सूचना
हालांकि महिला को गिरते हुए कुछ रेहड़ी पटरी वालों ने देख लिया और तुरंत यूपी 112 पर हादसे की सूचना दी। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सूचना करीब साढ़े आठ बजे मिली थी। एसएचओ खोड़ा आनंद प्रकाश मिश्र टीम के साथ मौके पर पहुंचे। दमकल की भी डिजास्टर यूनिट को उपकरणों के साथ मौके पर बुलाया गया। खोड़ा मकनपुर नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों की मदद से तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
कड़ी मशक्कत के बाद निकाला
मां-बेटा जिस नाले में गिरे, वह दिल्ली में बनाया जा रहा है। अभी उसका काम पूरा नहीं हुआ है। पुलिस के मुताबिक यह नाला करीब 15 फीट गहरा और छह फीट चौड़ा है। नाले के कुछ हिस्से पर स्लैब डाली जा रही थी और कुछ हिस्से को खुला छोड़ गया था। भारी बारिश के कारण नाला पानी से लबालब हो गया और खुले हिस्से से गुजरते समय मां-बेटा नाले में गिर गए। दमकल टीम को बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत हुई। दमकलकर्मियों ने बुलडोजर से नाले की दीवार को तोड़कर छानबीन की। घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर दोनों को बरामद कर लिया गया।
बचाने के चक्कर में बाल बाल बची महिला दुकानदार
हादसा स्थल के ठीक सामने खोड़ा में कई रेहड़ी-पटरी विक्रेता खड़े थे। महिला और उसके बेटे को नाले में खुले स्थान की ओर जाता देख फल बेचने वाली एक महिला दोनों को बचाने के लिए जोर से चिल्लाई। हालांकि मां बेटे को आवाज सुनाई नहीं दी। इस पर महिला दुकानदार तेजी से दौड़ी। उसने मां बेटे के नाले में गिरते समय भी उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों बह गए। इस दौरान महिला भी नाले में गिरने से बची। हादसे की तुरंत सूचना देने के बावजूद दिल्ली से कोई भी टीम मौके पर नहीं पहुंची।
खोड़ा और गाजियाबाद में भी हैं जानलेवा नाले
जिस तरह दिल्ली में हादसा हुआ वैसे कई जानलेवा नाले खोड़ा क्षेत्र और गाजियाबाद में भी हैं। अक्सर मानसून के समय इन नालों की वजह से कई बच्चों की जान जा चुकी है। विजयनगर में पूर्व में एक बच्चा नाले में डूब कर मर गया था। इसी तरह अमन कॉलोनी में भी लगातार दो साल हुए हाथों में दो बच्चों की मौत हो गई थी। नगर निगम की ओर से हर साल नालों की सफाई के दावे किए जाते हैं, मगर बारिश में नालों की सफाई की हकीकत सामने आती है। सही तरह से सफाई न होने के कारण ही पानी इतना भर जाता है कि हादसा होते हैं।
बचाव में आई काफी मुश्किलें
एसीपी इंदिरापुरम, स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि महिला एवं बच्चा दिल्ली के नाले में गिरे थे। पुलिस और दमकल की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी अड़चन आई। देर रात करीब 11 बजे दोनों को नाले से बरामद कर लिया था। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकोम ने मां-बेटे को मृत घोषित कर दिया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। इसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच करेंगे।
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