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दिल्ली: यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी, पुराने पुल पर रेल यातायात फिर बहाल-VIDEO

हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है और कई जगहों पर बाढ़ का संकट बना हुआ है। इसी बीच सोमवार दोपहर एक बजे तक हथिनीकुंड बैराज से 31,342 क्यूसेक पानी...

Yamuna River
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नई दिल्ली। लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 30 Jul 2018 07:36 PM
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हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है और कई जगहों पर बाढ़ का संकट बना हुआ है। इसी बीच सोमवार दोपहर एक बजे तक हथिनीकुंड बैराज से 31,342 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। सोमवार सुबह नदी का जलस्तर 205.66 मीटर पर पहुंच गया जिसके करीब एक मीटर और बढ़ने का अनुमान है। 

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली रेलवे पुल और पल्ला बैराज पर पानी का स्तर क्रमश: 205.7 और 211.42 मीटर है। उन्होंने बताया कि खतरे का निशान 204.83 मीटर पर है। शनिवार को नदी का जलस्तर 205.30 पर पहुंच गया था। इसके बाद अधिकारियों ने नदी के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए अभियान चलाया था। हालांकि, इस बीच पुराने यमुना पुल (लोहा पुल) पर सोमवार दोपहर में रेल यातायात फिर से बहाल कर दिया गया। उत्तर रेलवे ने सोमवार दोपहर करीब 1.12 बजे एक बयान जारी कर तत्काल प्रभाव से सामान्य रेल यातायात फिर से शुरू होने की बात कही है। 

3,000 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया

सरकारी अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने कई अन्य एहतियातन कदम भी उठाए हैं। यमुना के निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए अब तक 3,000 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। मोटरबोट औऱ गोताखोरों को भी तैनात कर दिया गया है। हालांकि, बाढ़ नियंत्रण विभाग का कहना है कि खतरे की आशंका नहीं है। सतर्कता के लिए ये सभी कदम उठाए गए हैं। 

अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए दिल्ली सरकार ने रविवार को बाढ़ नियंत्रण कक्ष और 24 घंटे काम करने वाले आपातकालीन संचालन केंद्र की स्थापना की है।

वहीं, हालात को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को यमुना नदी में बाढ़ के पानी से प्रभावित लोगों से मिलने और विस्थापित लोगों के लिए इंतजाम सुनिश्चित करने का निर्देश दिए। इस बीच प्रशासन ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना शुरू कर दिया है। 

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “मंत्रालय प्रभारी कैलाश गहलोत को सभी अधिकारियों के साथ व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिए गए हैं।” 

पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से और छोड़ने से सोमवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 205.66 मीटर तक बढ़ गया। इसके 31 जुलाई तक 206.60 मीटर तक चढ़ने की आशंका है। हरियाणा ने शनिवार को शाम छह बजे 6,00,000 क्यूसेक पानी छोड़ा था। हथिनीकुंड बैराज से नई दिल्ली को पीने के पानी की आपूर्ति होती है। इसे यहां तक आने के लिए 72 घंटे लगते हैं।

यमुना के पुराने पुल पर रेल यातायात फिर से बहाल

पुराने यमुना पुल (लोहा पुल) पर सोमवार दोपहर में रेल यातायात फिर से बहाल कर दिया गया। उत्तर रेलवे ने सोमवार दोपहर करीब 1.12 बजे एक बयान जारी कर तत्काल प्रभाव से सामान्य रेल यातायात फिर से शुरू होने की बात कही है।

उत्तर रेलवे ने बयान में कहा है कि पूर्व में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण यमुना के पुराने पुल (लोहा पुल) पर रेल यातायात अस्थायी रूप से निलंबित करने की अधिसूचना जारी की गई थी जिसे तत्काल प्रभाव से फिर से बहाल कर दिया गया है।

गौरतलब है कि रविवार को पुराने यमुना पुल पर रेल यातायात बंद किए जाने के बाद उत्तर रेलवे ने 27 यात्री गाड़ियों को रद्द र दिया था। साथ ही 14 एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है और तीन को रद्द करना पड़ा था।

वही, दिल्ली पुलिस ने जलस्तर 205.52 मीटर पहुंचने के बाद रविवार शाम 8.25 पुल बंद करने का आदेश जारी किया था। 

दिल्ली में यमुना उफान पर, बाढ़ का संकट बरकरार

हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है और बाढ़ का संकट बना हुआ है। सोमवार सुबह नदी का जलस्तर 2०5.66 मीटर पर पहुंच गया जिसके करीब एक मीटर और बढ़ने का अनुमान है।

बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, बैराज से शनिवार को छह लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था जिसके सोमवार शाम तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद नदी का जलस्तर और बढ़ेगा। यमुना नदी पर लोहे के पुल पर खतरे का निशान 204.83 मीटर है जिसकी तुलना में जलस्तर फिलहाल ०.83 मीटर अधिक है। जलस्तर बढ़कर 206.60 मीटर तक जाने की आशंका है। शनिवार को ही यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। 

बैराज से सोमवार को अधिक पानी छोड़े जाने की खबर नहीं है। रविवार को दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था।
नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए एहतियातन किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है। नदी क्षेत्र में स्थित कुछ गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नदी के किनारे बसे न्यू उस्मानपुर, गढ़ी मांडू और सोनिया विहार से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। पानी में वृद्धि को देखते हुए निचले इलाके में रहने वाले लोग स्वयं भी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

दिल्ली से 200 किलोमीटर दूर है हथिनीकुंड बैराज

हथिनीकुंड बैराज दिल्ली से 200 किलोमीटर दूर हरियाणा के यमुनानगर में है। बैराज से छोड़ा गया पानी यमुनानगर, करनाल और पानीपत होते हुए दिल्ली पहुंचता है। कई साल बाद हथिनीकुंड से इतना अधिक पानी यमुना में दिल्ली की तरफ छोड़ा गया है। दिल्ली सरकार का बाढ़ नियंत्रण विभाग सतर्क है और यमुना के किनारे बसे लोगों को हटाने का काम जोरों पर किया जा रहा है। 

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