दिल्ली में हवा की हालत लगभग 'गंभीर' AQI स्तर 400 पहुंचने के करीब
आस-पड़ोस के इलाकों में पराली जलाए जाने और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब की श्रेणी में प्रवेश के कगार पर पहुंच गई। दिल्ली...
आस-पड़ोस के इलाकों में पराली जलाए जाने और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब की श्रेणी में प्रवेश के कगार पर पहुंच गई। दिल्ली की वायु गुणवत्ता 392 दर्ज की गई है जो बेहद खराब की श्रेणी में आती है और यह 400 का आंकड़ा पार करते ही गंभीर रूप से खराब की श्रेणी में पहुंच जाएगी।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार को गंभीर रूप से खराब की श्रेणी में पहुंच गई थी। इसे देखते हुए विनिर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई और कोयला तथा अन्य जैव ईंधनों से चलने वाले उद्योगों के कामकाज पर एक से दस नवंबर तक रोक लगा दी गई।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान का कहना है कि मौजूदा मौसमी हालात प्रदूषकों को हटाने के लिहाज से अनुकूल नहीं हैं। हवा की कम गति के कारण अगले दो दिन तक स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में पराली जलाए जाने के कारण उत्पन्न प्रदूषकों और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण गुरुवार और शुक्रवार दोनों दिन वायु गुणवत्ता बेहद खराब रहने की आशंका है।
बता दें कि, एक्यूआई का स्तर 0 से 50 के बीच ''अच्छा'' माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह ''संतोषजनक'' स्तर पर होता है और 101 से 200 के बीच इसे ''मध्यम'' श्रेणी में रखा जाता है। हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 201 से 300 के बीच ''खराब'', 301 से 400 के बीच ''बहुत खराब'' और 401 से 500 के बीच ''अत्यंत गंभीर'' स्तर पर माना जाता है।