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दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर में जान गंवाने वाले 64% लोगों को नहीं लगा था टीका

कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था या किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉक्टर सुजीत कुमार...

दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर में जान गंवाने वाले 64% लोगों को नहीं लगा था टीका
वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्लीThu, 27 Jan 2022 07:46 PM

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कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों में ऐसे लोगों की संख्या अधिक है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था या किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित थे। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉक्टर सुजीत कुमार ने गुरुवार को हुई स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता में बताया कि दिल्ली में तीसरी लहर में कोरोना से जान गंवाने वाले 64 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें टीका नहीं लगाया गया था। उन्होंने बताया कि इनमें भी अधिकतर लोग ऐसे हैं जिन्हें पहले से कैंसर, दिल, लिवर और किडनी जैसी बीमारियां भी थीं।

लक्षण को हल्के में न लें मरीज
डॉक्टर सुजीत कुमार ने बताया कि भले ही देश में ओमिक्रोन के मामले डेल्टा के मुकाबले अधिक हो गए हैं, लेकिन अब भी खतरनाक डेल्टा वेरियंट खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीज लक्षण बढ़ने पर हल्के में न लें। डेल्टा के मामले भी अभी मरीजों को गंभीर बीमार कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर पहले से दूसरी बीमारियों से पीड़ित लोगों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।

निजी अस्पतालों में 55 प्रतिशत संक्रमित इलाज करा रहे
दिल्ली के निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार दोनों के अस्पतालों में भर्ती मरीजों से अधिक है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में सबसे अधिक 1179 संक्रमित या संदिग्ध मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। दिल्ली के केंद्र सरकार के अस्पतालों में 722 संक्रमित या संदिग्ध इलाज करा रहे हैं। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सबसे कम 246 कोरोना संक्रमित या संदिग्ध इलाज करा रहे हैं। इस हिसाब से देखें तो अस्पतालों में भर्ती 55 फीसदी संक्रमित निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं, जबकि लगभग 33 फीसदी मरीज केंद्र सरकार और 11.4 फीसदी संक्रमित दिल्ली सरकार के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।

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