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दलित छात्र ने नोएडा पुलिस पर झूठे आरोपों में फंसाने का लगाया आरोप, मारपीट कर यूरिन पीने को किया मजबूर

आरोप में छात्र का दावा है कि उसने गौतम बुद्ध नगर पुलिस को एक स्पा और मसाज सेंटर की आड़ में चल रहे आपत्तिजनक काम के रैकेट के बारे में जानकारी दी थी।

दलित छात्र ने नोएडा पुलिस पर झूठे आरोपों में फंसाने का लगाया आरोप, मारपीट कर यूरिन पीने को किया मजबूर
Swati Kumariपीटीआई,नई दिल्लीFri, 09 Jun 2023 04:07 PM
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एक लॉ स्टूडेंट ने यूपी पुलिस पर मारपीट और जबरन वसूली के मामले में फंसाने का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने छात्र को पिछले साल जेल भेजा था। छात्र ने यह भी आरोप लगाया है कि उसे पुलिसकर्मियों द्वारा पेशाब (यूरिन) पीने के लिए मजबूर किया गया था और उन्होंने गौतम बौद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सेक्टर बीटा 2 पुलिस स्टेशन के अंदर उसके साथ मारपीट भी की।

आरोप में छात्र का दावा है कि उसने गौतम बुद्ध नगर पुलिस को एक स्पा और मसाज सेंटर की आड़ में चल रहे आपत्तिजनक काम के रैकेट के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि इसकी मालिक एक महिला को जून 2021 में नोएडा के सेक्टर-49 पुलिस स्टेशन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बीए एलएलबी द्वितीय वर्ष का यह छात्र अलीगढ़ का रहने वाला है और दलित समुदाय से आता है।

लॉ के छात्र ने नाम ना उजागर करने की शर्त पर बताया- "मुझे इमारत के ऊपरी डेक के एक कमरे में रखा गया था, जहाँ मुझे इस हद तक पीटा गया था कि मुझे खून बहना शुरू हो गया था। मैंने उनसे रिक्वेस्ट किया कि मेरा फिस्टुला ऑपरेशन हुआ है ... जब मैंने पीने के लिए पानी मांगा, तो मुझे बाथरूम से बर्तन में पेशाब लाकर जबरदस्ती पिलाया। मैंने इसका विरोध  किया बर्तन को दूर धकेल दिया, जिस दौरान कुछ पेशाब मुझ पर गिर गया।"

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दोपहर 1:30 बजे के आसपास उठाया था, लेकिन आधिकारिक तौर पर शाम 5 बजे के बाद हिरासत में दिखाया गया। छात्र ने कहा कि एक पखवाड़े से भी कम समय जेल में बिताने के बाद उसे जमानत मिल गई, लेकिन उसके बाद से वह अपने खिलाफ "झूठी एफआईआर" रद्द करने की कोशिश कर रहा है।

पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कानून की छात्रा ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो। अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मुझ पर आरोप लगाएं। मेरे पास अपना मामला साबित करने के लिए सबूत हैं। मैं न्याय मांगूंगा।" मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि छात्र के सभी दावों की जांच की जा रही है। वहीं, इस मामले की जांच कर रहे अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अशोक कुमार से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा कि यह मामला न्यायालय के अधीन है और मैं इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता।

इस हफ्ते सोशल मीडिया पर छात्र के साथ कथित तौर पर मारपीट किए जाने के कुछ छोटे-छोटे वीडियो क्लिप सामने आए थे। वहीं, ट्विटर पर उन्हें जवाब देते हुए गौतम बौद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने बताया कि यह घटना एक साल पुरानी है। वीडियो की प्रामाणिकता का पता लगाया जा रहा है और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) द्वारा घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है। 
 

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