दिल्ली में कोरोना वायरस (COVID-19) का कहर अब थमता दिख रहा है। इसके साथ ही पॉजिटिविटी दर भी घटकर 0.73 फीसदी पर आ गई है। शनिवार को दिल्ली में कोरोना के करीब 500 नए मरीज मिलने के बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 6.26 लाख से अधिक हो गई है। वहीं आज संक्रमण से 14 और लोगों की मौत होने से मृतकों संख्या भी बढ़कर 10,571 हो गई है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 494 नए मरीज मिले हैं, वहीं, 14 मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 6,26,448 हो गई है। आज दिल्ली में 496 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर चले गए।
राजधानी में अब कोरोना वायरस संक्रमण के 5342 एक्टिव केस बचे हैं। वहीं, अब तक कुल 6,10,535 मरीज इस महामारी को मात देकर पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या 10,571 हो गई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आज दिल्ली में कुल 67,364 टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 39,591 आरटीपीआर/ सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 27,773 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। दिल्ली में अब तक कुल 8,80,7759 जांचें हुई हैं और प्रति 10 लाख लोगों पर 4,63,566 टेस्ट किए गए हैं।
Delhi reports 494 new #COVID19 cases, 496 recoveries and 14 deaths in the last 24 hours, as per Delhi Health Department
— ANI (@ANI) January 2, 2021
Total cases: 6,26,448
Total recoveries: 6,10,535
Death toll: 10,571
Active cases: 5,342 pic.twitter.com/kyi7wIp4aT
दिल्ली में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन शुरू
राजधानी दिल्ली में शनिवार को तीन स्थानों पर कोविड-19 के टीकाकरण का ड्राई रन (पूर्वाभ्यास) चल रहा है। राजधानी दिल्ली में शाहदरा के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दरियागंज का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल का चयन ड्राई रन के लिए किया गया है।
इन तीनों स्थानों का चयन कोविड टीकाकरण के लिए होने वाले ड्राई रन के लिए शुक्रवार को दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंससिंग किया गया। इन तीन स्थान एक शाहदरा जिले में, एक दक्षिण पश्चिम जिले में और एक मध्य जिले में है।
केंद्र सरकार ने कहा था कि दो जनवरी तक सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में पूर्वाभ्यास पूरा हो जाए ताकि योजना और कार्यान्वयन के बीच जुड़ाव की जांच हो सके और चुनौतियों की पहचान की जा सके।