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कोरोना : इलाज न मिलने से रिटायर्ड रेलवे कर्मी की एम्बुलेंस में मौत, बुजुर्ग को लेकर दो दिन तक भटकते रहे परिजन

रेलवे से रिटायर्ड बुजुर्ग को सांस की दिक्कत होने पर परिजन दो दिन तक उन्हें लेकर अस्पतालों के चक्कर काटते रहे। कहीं भी इलाज नहीं मिलने के कारण सोमवार सुबह बुजुर्ग ने एमएमजी अस्पताल पहुंचते...

कोरोना : इलाज न मिलने से रिटायर्ड रेलवे कर्मी की एम्बुलेंस में मौत, बुजुर्ग को लेकर दो दिन तक भटकते रहे परिजन
गाजियाबाद | संवाददाताWed, 17 Jun 2020 12:15 PM
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रेलवे से रिटायर्ड बुजुर्ग को सांस की दिक्कत होने पर परिजन दो दिन तक उन्हें लेकर अस्पतालों के चक्कर काटते रहे। कहीं भी इलाज नहीं मिलने के कारण सोमवार सुबह बुजुर्ग ने एमएमजी अस्पताल पहुंचते ही एम्बुलेंस में दम तोड़ दिया। इसे लेकर परिजनों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है।

एनएच-9 स्थित महागुनपुरम में रहने वाले जितेश शर्मा ने बताया कि विजयनगर सेक्टर-9 में रहने वाले उमेश शर्मा (60) उनके मामा थे। इस साल मार्च में ही वह भारतीय रेलवे से रिटायर हुए थे। रविवार को उनके मामा की तबीयत बहुत खराब हो गई। उनको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके चलते रात आठ बजे के करीब वह विजयनगर स्थित एक नर्सिंग होम में लेकर गए। वहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक लक्षण देख उनमें कोविड-19 की आशंका जताई और इलाज करने से इनकार कर दिया।

इसके बाद उन्होंने खुद जानकारी जुटाई और पता चला कि कौशांबी स्थित निजी अस्पताल में कोरोना की जांच होती है। परिजन बुजुर्ग को वहां लेकर गए। वहां उन्हें भर्ती कर लिया गया, लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हें वहां से रेलवे अस्पताल में दिखाने को बोल दिया गया। परिजनों ने काफी गुजारिश की और बिना रेलवे पैनल के इलाज करने की मांग की, लेकिन अस्पताल प्रबंधन इसके लिए राजी नहीं हुआ। इसके बाद रात करीब 12 बजे परिजन बुजुर्ग को नंदग्राम स्थित एक निजी अस्पताल लेकर आए, वहां भी उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया गया। पीड़ित परिजन वहां से लौटकर कविनगर स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर गए, जहां उन्हें पहले ही इलाज के लिए मना कर दिया गया। इसके बाद सोमवार सुबह करीब आठ बजे वह एनएच-9 स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंचे। वहां बुजुर्ग को भर्ती कर लिया गया और जांच शुरू भी कर दी गई।

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थोड़े समय बाद अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी कि उनकी जांच की जा रही है, लेकिन उनमें कोविड-19 के लक्षण हैं, इसलिए उनको तुरंत सरकारी अस्पताल में ले जाया जाए। सुबह करीब 11 बजे उनको एम्बुलेंस से एमएमजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। एमएमजी अस्पताल पहुंचते ही बुजुर्ग ने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि मरीज को समय से ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो गई।

''इस विषय में जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन कोई शिकायत नहीं आई। यदि कोई लिखित शिकायत आती है तो अस्पताल से जवाब तलब किया जाएगा। इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।'' -डॉ. एनके गुप्ता, सीएमओ

''हमने अपने रिकॉर्ड और अपनी जानकारी के अनुसार जांच की। देखा गया कि उमेश शर्मा नाम का कोई मरीज 14 या 15 जून 2020 को कोलंबिया एशिया अस्पताल गाजियाबाद में पंजीकृत नहीं है।'' - वरिष्ठ अधिकारी, कोलंबिया एशिया अस्पताल गाजियाबाद 

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