ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRCOVID-19 : दिल्ली में स्कूल बंद होने से प्रैक्टिकल परीक्षाएं बाधित, कुछ प्राचार्यों ने जताई चिंता तो कुछ ने की सराहना

COVID-19 : दिल्ली में स्कूल बंद होने से प्रैक्टिकल परीक्षाएं बाधित, कुछ प्राचार्यों ने जताई चिंता तो कुछ ने की सराहना

राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण स्कूलों को बंद किए जाने पर कुछ स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने कक्षा 10वीं और 12वीं की जारी प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर चिंता जताई है, तो...

COVID-19 : दिल्ली में स्कूल बंद होने से प्रैक्टिकल परीक्षाएं बाधित, कुछ प्राचार्यों ने जताई चिंता तो कुछ ने की सराहना
नई दिल्ली। भाषाSat, 10 Apr 2021 05:44 PM
ऐप पर पढ़ें

राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण स्कूलों को बंद किए जाने पर कुछ स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने कक्षा 10वीं और 12वीं की जारी प्रैक्टिकल परीक्षाओं को लेकर चिंता जताई है, तो वहीं कुछ प्रधानाचार्यों ने महामारी के हालात को देखते हुए स्कूलों में शिक्षण गतिविधियां बंद किए जाने के निर्णय को उचित ठहराया है।

दिल्ली में हाल के दिनों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को सभी कक्षाओं के लिए प्रत्यक्ष शिक्षण गतिविधियों और विद्यालयों में परीक्षाओं पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी है।

शालीमार बाग के मॉडर्न स्कूल की प्रिंसिपल अलका कपूर ने कहा, ''इस कदम से यकीनन प्रैक्टिकल परीक्षाओं और आने वाली बोर्ड परीक्षाओं पर असर पड़ेगा। स्कूलों को बंद करने के संबंध में जारी सर्कुलर में इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि कितने दिन तक इन्हें बंद किया जाएगा, जिसका तात्पर्य है कि स्थिति अनिश्चित है। कपूर कहती हैं कि कई स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और अब इनमें बाधा आएगी।''

रोहिणी के एमआरजी स्कूल के डायरेक्टर रजत गोयल ने कहा कि सरकार द्वारा स्कूलों को बंद करने की घोषणा और संक्रमण के मामले बढ़ना इस बात का संकेत देते हैं कि हालात चिंताजनक हैं और वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह अच्छा निर्णय है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि शिक्षक समुदाय, सीबीएसई बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय आने वाली बोर्ड परीक्षाओं की योजना तैयार करे। स्कूलों में गतिविधियां बंद कर दी गई हैं क्योंकि शिक्षकों और छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता है, लेकिन बड़ी कक्षाओं के लिए स्कूल प्राधिकारों को मानक संचालन प्रक्रियाएं दी जानी चाहिए ताकि वे चल रहे शिक्षण सत्र का प्रबंधन कर सकें।

डीपीएस इंदिरापुरम के प्रिंसिपल संगीत हजेला ने कहा कि किसी भी कीमत पर छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता में होनी चाहिए। शिक्षण कार्य का प्रबंधन तो किया जा सकता है क्योंकि हमारे पास अनुभवी शिक्षकों की योग्य टीम है।

वहीं, कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र मांग कर रहे हैं कि मई-जून में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को या तो स्थगित किया जाए या परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित कराई जाएं। सीबीएसई और सीआईसीएसई ने इस संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें