कोरोना: तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू, सीएमओ ने हेल्थ डिपार्टमेंट से मांगे इतने डॉक्टर
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है। जिले के सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर व अन्य स्टाफ का अभाव बना हुआ है। सीएमओ ने तीसरी लहर में स्थिति संभालने के...
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है। जिले के सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर व अन्य स्टाफ का अभाव बना हुआ है। सीएमओ ने तीसरी लहर में स्थिति संभालने के लिए शासन से 100 डॉक्टर व अन्य स्टाफ की मांग की है।
जिले में एक जिला अस्पताल, दो मेडिकल कॉलेज, 6 सीएचसी, 33 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। जिला अस्पताल में चिकित्सकों की आवश्यकता 40, जबकि 26 कार्यरत हैं। सीएचसी पर चिकित्सकों की आवश्यकता 30 है और काम महज 2 कर रहे हैं। पीएचसी पर 8 के सापेक्ष एक ही डॉक्टर है।
विभागीय अफसरों के अनुसार, जिले की 24 लाख आबादी के हिसाब से करीब 19 हजार लोगों पर मात्र एक चिकित्सक है, जबकि चिकित्सकों की यह संख्या 2400 होनी चाहिए। जिला अस्पताल समेत सीएचसी व पीएचसी पर मात्र 128 चिकित्सकों की ही तैनाती है। इनमें विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या मात्र 40 है, जबकि 88 चिकित्सक एमबीबीएस हैं।
अस्पतालों में इन विशेषज्ञों की कमी
जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में स्टाफ व विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी बनी हुई है। सीएचसी व पीएचसी में फिजीशियन, ऑर्थो सर्जन, मनो रोग विशेषज्ञ, सर्जन, रेडियोलाजिस्ट, गायनोलाजिस्ट, ईएनटी, पीडियाट्रिशियन, आई सर्जन, त्वचा रोग विशेषज्ञ व जिला अस्पताल में फिजीशियन, सर्जन, ईएनटी, पीडियाट्रिशियन, त्वचा रोग विशेषज्ञ की कमी है।
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने कहा, 'शासन से बाल रोग विशेषज्ञ समेत 100 से अधिक चिकित्सक व स्टाफ की मांग की गई है। कोरोना की तीसरी लहर से बचाव को युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं।'