ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCRकोरोना का असर : कॉरपोरेट की तर्ज पर पुलिस ने भी शुरू किया वर्क फ्रॉम होम

कोरोना का असर : कॉरपोरेट की तर्ज पर पुलिस ने भी शुरू किया वर्क फ्रॉम होम

कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को देखते हुए गाजियाबाद पुलिस भी कॉरपोरेट की तर्ज पर वर्क फ्रॉम होम के पैटर्न पर काम कर रही है। इस समय गाजियाबाद पुलिस की कुल फोर्स में से करीब 50 फीसदी...

पुलिसकर्मियों को सैनेटाइजर का महत्व बताते एसएसपी कलानिधि नैथानी।
1/ 2पुलिसकर्मियों को सैनेटाइजर का महत्व बताते एसएसपी कलानिधि नैथानी।
Ghaziabad SSP Kalanidhi Naithani
2/ 2Ghaziabad SSP Kalanidhi Naithani
गाजियाबाद। सौरभ सिंहTue, 24 Mar 2020 01:35 PM
ऐप पर पढ़ें

कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को देखते हुए गाजियाबाद पुलिस भी कॉरपोरेट की तर्ज पर वर्क फ्रॉम होम के पैटर्न पर काम कर रही है। इस समय गाजियाबाद पुलिस की कुल फोर्स में से करीब 50 फीसदी पुलिसकर्मी अपने घर या पुलिस लाइन में बैठकर रोजमर्रा के काम निपटा रहे हैं। जिन पुलिस कर्मियों के पास विभिन्न मामलों की विवेचना पेंडिंग है, उन्हें प्रतिदिन दो विवेचनाओं के निस्तारण के निर्देश दिए गए हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने बताया कि अदालत इन दिनों बंद है। वीआईपी की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी इन दिनों खाली हैं। थानों में भी काफी ऑफिस स्टॉफ है। इसके अलावा पुलिस लाइन में काफी संख्या में पुलिसकर्मी रिजर्व में हैं। इन सभी को वर्क फ्रॉम होम करने को कहा गया है। इन्हें जरूरत पड़ने पर सैनेटाइज करके फिल्ड में बुलाया जाएगा। चूंकि इस समय अपराध में भी काफी कमी आई है, इसलिए विवेचनाधिकारियों को भी घर में बैठे-बैठे प्रतिदिन कम से कम दो विवेचना का निस्तारण करने को कहा गया है। 

सेहत की सुरक्षा के लिए गाइडलाइन

एसएसपी ने जिले में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को अपनी सेहत की सुरक्षा को प्राथमिकता देने को कहा है। इसके लिए उन्होंने एक गाइडलाइन भी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि वह एक नियमित अंतराल के बाद साबुन से हाथ धोएं, नियमित अंतराल के बाद सैनेटाइजर से हाथ धोएं और किसी भी तरह के फ्लू आदि की शिकायत महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। एसएसपी के निर्देश के बाद फिल्ड में ड्यूटी के लिए जाने वाले पुलिसकर्मी जेब में सैनेटाइजर लेकर निकल रहे हैं।

अपराध ही नहीं, अन्य जरूरतों पर भी मददगार होगी 112

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वैसे तो यूपी में कॉल 112 की गाड़ियां आपराधिक घटनाओं पर दौड़ती हैं, लेकिन संकट के इस समय में किसी भी तरह की आकस्मिक मदद के लिए भी कॉल 112 पर फोन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि रविवार को भी कॉल 112 पर काफी फोन अन्य आकस्मिक जरूरतों के संबंध में आए और कॉल 112 ने हर कॉल पर पहुंचकर आवश्यक सेवाएं दी हैं। इसी के साथ उन्होंने जनपद वासियों से इस सेवा का दुरुपयोग नहीं करने की भी हिदायत दी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें