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हिंदी न्यूज़ NCR'मरा-मरा कहो या राम-राम...', रामचरितमानस विवाद को लेकर भूपेश बघेल का SP और BJP पर हमला

'मरा-मरा कहो या राम-राम...', रामचरितमानस विवाद को लेकर भूपेश बघेल का SP और BJP पर हमला

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधा। बघेल ने कहा यह सारा विवाद बस वोटों के लिए है।

'मरा-मरा कहो या राम-राम...', रामचरितमानस विवाद को लेकर भूपेश बघेल का SP और BJP पर हमला
Praveen Sharmaरायपुर। एएनआईSat, 04 Feb 2023 10:02 AM

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर निशाना साधा। बघेल ने कहा यह सारा विवाद बस वोटों के लिए है। भगवान को किसी भी नाम से पुकारो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

बघेल ने कहा, ''रामचरितमानस को लेकर जो भी विवाद चल रहा है, वह सब वोट के लिए है। यह विवाद समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी भा रहा है। यह सपा नेता मौर्य के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भा रहा है।"

उन्होंने आगे कहा, "कोई बार-बार मरा-मरा का उच्चारण करे तो भी उसके मुख से 'राम-राम' निकलेगा। कोई मरा बोलता है और कोई राम कहता है, इससे क्या फर्क पड़ता है? आप भगवान को किसी भी नाम से पुकारें।" अगर कोई उनके खिलाफ भी बात करता है, तो वह उनका ही नाम लेता है।”

'रामचरितमानस को गहराई से पढ़ने की जरूरत है, बहस करने की जरूरत नहीं'

बघेल ने कहा, ''मैं रामायण के बारे में कहना चाहूंगा कि इस मामले में विनोबा भावे ने बहुत अच्छी बात कही थी। रामचरितमानस को गहराई से पढ़ने की जरूरत है, इस पर बहस करने की जरूरत नहीं है। अच्छी बातों को ग्रहण करना चाहिए। दो चार दोहे को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए। हर व्यक्ति के लिए सब कुछ सही नहीं हो सकता, हर व्यक्ति की अपनी पसंद होती है जैसे कुछ करेला पसंद करते हैं, कुछ नहीं।''

बीते महीने सपा नेता मौर्य ने महाकाव्य रामायण पर आधारित रामचरितमानस में विशेष जातियों और संप्रदायों पर लक्षित "अपमानजनक टिप्पणियों और कटाक्ष" को हटाने की मांग करने के बाद विवाद खड़ा कर दिया था। मौर्य ने आगे दावा किया था कि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द हैं।

इसके अलावा, सीएम बघेल ने एक बार फिर केंद्रीय बजट 2023 पर प्रकाश डाला, जिसे केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार, 1 फरवरी को पेश किया था। उन्होंने कहा कि बजट में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं जिनका वह उल्लेख करना चाहेंगे।

 बघेल ने कहा, ''महंगाई चरम पर है, राजकोषीय घाटा चरम पर है, मौजूदा घाटा चरम पर है, बेरोजगारी चरम पर है और कर्ज का बोझ आठ साल में तीन गुना ज्यादा है. यह निष्कर्ष है। बजट किसानों, मजदूरों, महिलाओं, निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग के लिए बहुत ही निराशाजनक है और यही तथाकथित अमृत काल की सच्चाई है।''