रिश्वत मामले में CBI अफसर जांच के घेरे में, कई स्थानों पर तलाशी जारी
सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने ही विभाग के अज्ञात अधिकारियों और दिल्ली व मुंबई के बिचौलियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि 20 लाख रुपये हवाला के माध्यम से दिल्ली के एक...
सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने ही विभाग के अज्ञात अधिकारियों और दिल्ली व मुंबई के बिचौलियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि 20 लाख रुपये हवाला के माध्यम से दिल्ली के एक बिचौलिये को सौंपे और बाद में यह रकम अज्ञात सीबीआई अधिकारियों तक पहुंची।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने आयकर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त विवेक बत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। इस मामले की तफ्तीश सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा यूनिट तीन के अधिकारी कर रहे हैं। तफ्तीश में यह बात भी सामने आई कि आयकर आयुक्त ने अपनी काली कमाई मुंबई की एक कंपनी में लगा रखी है। अपने केस की जांच पर नजर रखने के लिए आयकर आयुक्त ने कंपनी के प्रमुख नीरज राजा कोचर को जिम्मा सौंपा था।
नीरज कोचर ने इस काम के लिए दक्षिण दिल्ली में रहने वाले राकेश तिवारी को कहा। राकेश तिवारी का सीबीआई अधिकारियों के साथ उठना-बैठना है। राकेश समय-समय पर नीरज कोचर को जानकारी देता रहता है। गत सात अगस्त को राकेश तिवारी को चांदनी चौक के हवाला डीलर कमल अहमद ने 20 लाख रूपये उसके आवास पर पहुंचाए थे। सीबीआई का कहना है कि मामले की जांच चल रही है अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कई स्थानों पर तलाशी जारी
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने आरोपियों की मदद करने के बदले में बड़ी घूस लेकर एक मामले को प्रभावित करने की कोशिश के आरोप में दिल्ली के चाणक्यपुरी के एक कैटरर और कुछ अन्य लोगों पर केस दर्ज किया है। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को इस सिलसिले में कई स्थानों पर तलाशी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि चाणक्यपुरी इलाके के नेहरू पार्क में कैटरिंग का काम करने वाला राकेश तिवारी राहत दिलाने और मामले से संबंधित संवेदनशील जानकारी मुहैया कराने के लिए कंपनी के एक कर्मचारी तथा मामले में सह आरोपी नीरज राजा कोचर के संपर्क में था। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि ऐसी सूचना भी मिली कि राकेश तिवारी सीबीआई की एसी-तृतीय शाखा में काम कर रहे अधिकारियों के भी संपर्क में था।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि तिवारी ने अपने निजी संपर्कों का इस्तेमाल कर सीबीआई अधिकारियों को प्रभावित करने के लिए कोचर से बड़ी रकम ली। उन्होंने बताया कि कोचर ने दो अगस्त को चांदनी चौक में हवाला कारोबारी कमल अहमद के जरिये तिवारी को 20 लाख रुपये की कथित घूस दी।
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि ऐसी सूचना भी मिली कि राकेश तिवारी सीबीआई की एसी-तृतीय शाखा में काम कर रहे अधिकारियों के भी संपर्क में था।