इंसाफ की आस: प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में CBI ने दर्ज किया केस, जांच शुरू
सीबीआई शुक्रवार को दिल्ली से सटे गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न की हत्या की जांच शुरू कर दी है। इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की अनुशंसा पर मामले में...
सीबीआई शुक्रवार को दिल्ली से सटे गुरुग्राम स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न की हत्या की जांच शुरू कर दी है। इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्य सरकार की अनुशंसा पर मामले में सीबीआई जांच की अधिसूचना जारी की थी।
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार से अधिसूचना प्राप्त होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली है। एजेंसी ने गुरुग्राम के भोंडसी पुलिस थाने में 8 सितंबर को दर्ज एफआईआर संख्या 250 के मामले को औपचारिक रूप से अपने हाथ में ले लिया है। यह एफआईआर हत्या, आर्म्स एक्ट, पोक्सो कानून धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई अब तक की जांच मामले में एकत्र किए गए सबूतों को अपने कब्जे में लेगी। साथ ही उस स्थान का नए सिरे से फॉरेंसिक टीम से जांच कराई जाएगी।
CBI team arrived at #Gurugram police commissioner's office. CBI has registered a case in murder of #Pradyuman at Ryan Intl School. pic.twitter.com/uqJesHqzWR
— ANI (@ANI) September 22, 2017
रेयान में मर्डर: प्रद्युम्न की हत्या के 14 दिन बाद पिंटो परिवार को समन
बता दें कि 8 सितंबर की सुबह स्कूल के शौचालय में प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद बस के परिचालक ने बयान दिया था कि घटना को उसने अंजाम दिया है। लेकिन बाद में अदालत में उसके वकील ने दावा किया कि पुलिस ने मारपीटकर परिचालक से बयान दिलाया। मामले में स्कूल के दो अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों न्यायिक हिरासत में हैं। इस बीच, प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि उन्होंने देश के शीर्ष नेताओं से अपील की है कि इस संवेदनशील मामले की सीबीआई जांच तेजी से कराई जाए।
मालिकों से पूछताछ पर संशय
हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को ही रेयान स्कूल के कार्यकारी अधिकारी रेयान पिंटो और ट्रस्टी अगस्तीन पिंटो और ग्रेस पिंटों को समन भेज 26 सितंबर को पेश होने का निर्देश दिया था। पुलिस ने यह समन पिंटो परिवार की याचिका पंजाब एवं हरियाणा कोर्ट में खारिज होने के बाद भेजी थी। लेकिन अब मामले की जांच सीबीआई के हवाले करने के बाद यह तय नहीं है कि क्या समन पर तामील होगी या नहीं।