दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रहने वालों की बड़ी मांग पूरी, अब गुभाना तक जाएगी इलेक्ट्रिक बसें; कैलाश गहलोत ने किया रवाना
दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर रहने वाले लोगों की बड़ी मांग को दिल्ली सरकार ने पूरा कर दिया है। अब गुभाना-माजरी गांव तक इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। कैलाश गहलोत ने हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना किया।
दिल्ली की इलेक्ट्रिक बसें अब हरियाणा के गुभाना-माजरी गांव तक चलेंगी। दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास रहने वाले लोगों की मांग पूरी करते हुए दिल्ली सरकार ने रूट संख्या 848 की सेवा का रविवार से विस्तार कर दिया। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने हरी झंडी दिखाकर बसों को गुभाना-माजरी के लिए रवाना किया। इससे 50 हजार से ज्यादा लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है।
गुभाना गांव हरियाणा के झज्जर जिले का हिस्सा है और दिल्ली सीमा के बाकरगढ़ से केवल दो किलोमीटर की दूरी पर है। वहां सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था अच्छी नहीं होने के कारण स्थानीय निवासियों को दिल्ली आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। हरियाणा स्थित गुभाना गांव के लोगों ने लंबे समय से बस सेवाओं के विस्तार का अनुरोध किया था। बीते दिनों परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि गुभाना-माजरी क्षेत्र हरियाणा में होने के बावजूद दिल्ली सरकार इस क्षेत्र को बसों की कनेक्टिविटी देने का प्रयास करेगी।
इसके बाद इस बस रूट के विस्तार को मंजूरी दी गई। परिवहन मंत्री ने कहा कि हरियाणा के गुभाना गांव तक बस रूट नंबर 848 के विस्तार के साथ-साथ दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सार्वजनिक परिवहन सेवाएं उन सभी स्थानों तक पहुंचें, जहां इसकी मांग है। सरकार लोगों की परिवहन जरूरतों को पूरा करने और उनके आवागमन को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बस को रवाना करने के बाद गहलोत ने कहा, 'यह मांग काफी पुरानी थी... दिल्ली में जिस प्रकार से सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में परिवहन सेवा को दुरुस्त किया है, इसे देखते हुए लोगों की इस रूट पर बस चलाने की मांग थी... इससे आम लोगों को काफी सुविधा होगी।' उन्होंने एक्स पर लिखा की मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस बस रूट 848 के गुभाना-माजरी गांव तक चलने से गुभाना, माजरी, लुकसर, गंगडवा, गोयला, खेड़का, देशलपुर, शाहपुर, खुँगाई, जगरतपुर, खरमान और बुपनिया ग्रामवासियों को दिल्ली आने-जाने में अब कठिनाई नहीं होगी।