दिल्ली में खराब हवा वाले दिनों की शुरुआत, सांसों पर ब्रेक के लिए पांच कारण जिम्मेदार
दिल्ली में खराब हवा वाले दिनों की शुरुआत हो गई है। एक आकलन है कि साल में एक से 15 नवंबर के बीच दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहता है। पांच कारणों की वजह से हवा खराब होती है।

दिल्ली में अब सबसे खराब हवा वाले दिनों की शुरुआत हो गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति का आकलन है कि साल में एक से 15 नवंबर के बीच दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहता है। वर्ष 2018 से 2023 तक के पांच साल में प्रदूषण के विश्लेषण के आधार पर चार ऐसे पखवाड़े पाए गए हैं जब प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहता है। इसमें भी एक नवंबर से 15 नवंबर का पखवाड़ा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहता रहा है। इसके बाद 16 से 31 दिसंबर का पखवाड़ा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहता है।
पांच कारणों को माना जाता है जिम्मेदार
● इस दौरान हवा की गति कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक कण वातावरण में बने रहते हैं
● हवा की दिशा ज्यादातर समय में उत्तरी-पश्चिमी रहती है। यह पराली का धुआं लेकर आती है
● तापमान कम होने लगता है। इससे प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा हो जाता है
● पराली जलाने की घटनाओं में सबसे ज्यादा तेजी आती है
● आमतौर पर दिवाली भी इस दौरान आती है। आतिशबाजी का धुआं भी प्रदूषण बढ़ाता है।
सुधर क्यों नहीं रहे हालात
दिल्ली-एनसीआर में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण पर गंभीर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पांच राज्यों से जवाब-तलब किया। शीर्ष अदालत ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान सरकारों को हलफनामा दाखिल कर वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए उठाए गए या उठाए जा रहे कदमों की विस्तृत जानकारी देने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने यह आदेश तब दिया, जब वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि कई उपचारात्मक कदम उठाए जाने के बावजूद दिल्ली में वायु प्रदूषण बरकरार है। पीठ ने कहा कि खराब वायु गुणवत्ता से अब शहर संकट में है।
अक्तूबर महीने में इस बार रातें ठंडी और दिन गर्म रहे
राजधानी में इस बार अक्तूबर में रातें सामान्य से ज्यादा ठंडी और दिन सामान्य से ज्यादा गर्म रहे। कम बारिश और बादल नहीं होने को मौसम के इस बदलाव का कारण माना जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, सामान्य तौर पर अक्तूबर का औसत अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहता है। इस बार 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा। यानी सामान्य से 0.4 डिग्री यह महीना गर्म रहा। औसत न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन इस बार 18.4 डिग्री रहा, जो कि सामान्य से 1.1 डिग्री कम है। महीने में सामान्य से 64 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
