चिट्ठी में भरता था कारतूस, फिर फिरौती मांगता था अनिल दुजाना; व्यापारियों में कुछ ऐसा था खौफ
अनिल दुजाना भी ऐसे ही 18 मामलों में कोर्ट से बरी हुआ था, जिसमें उसके खिलाफ किसी ने गवाही नहीं दी थी। अब अनिल दुजाना के ढेर होने के बाद व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
एसटीएम टीम के साथ गुरुवार को हुए एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात अनिल दुजाना का व्यापारियों में काफी खौफ था। वह व्यापारियों से रंगदारी मांगने के लिए चिट्ठी भेजता था। दहशत पैदा करने के लिए चिट्ठी में रंगदारी की रकम, स्थान और नीचे अपना नाम लिखने के साथ ही कारतूस रख देता था। दादरी में कई बार व्यापारियों को ऐसी चिट्टी भेजी गई थी। गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में एक दशक पहले अनिल दुजाना और नंदू रावण का काफी आतंक था। व्यापारियों से रंगदारी मांगने का इनका अलग पैटर्न था। चिट्ठी में लिखा होता था कि पैसा नहीं देने पर इसमें रखी गोली खाने के लिए तैयार रहना। रंगदारी नहीं देने पर दादरी में कुछ व्यापारियों की हत्या भी की गई थी।
कई व्यापारी इनकी शिकायत पुलिस से भी नहीं करते थे। यदि इन कुख्यात बदमाशों के खिलाफ कोई मुकदमा लिखवा भी देखा था तो वह कोर्ट में गवाही देने नहीं जाता। इसका फायदा इन बदमाशों को मिलता था और कोर्ट से बरी हो जाते थे। अनिल दुजाना भी ऐसे ही 18 मामलों में कोर्ट से बरी हुआ था, जिसमें उसके खिलाफ किसी ने गवाही नहीं दी थी। अब अनिल दुजाना के ढेर होने के बाद व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले नंदू रावण भी मारा जा चुका है।
अनिल दुजाना के करीबियों के घर पहुंची पुलिस
अनिल दुजाना के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उसके करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस उनके घर तक पहुंचने लगी है। इसके चलते उसके गैंग में शामिल बदमाशों में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि अनिल दुजाना के गैंग में 200 से अधिक लड़के जुड़े हुए थे। इनमें से कई के पास उसका लेखा-जोखा रहता था। पुलिस ने ऐसे कई लोगों के घर जाकर उनसे पूछताछ की जो दुजाना के गैंग में शामिल थे। इसके चलते यह बदमाश अब पुलिस से बचते नजर आ रहे हैं।
प्रधान को बीच सड़क पर मारी थी 12 गोलियां
दादरी में करीब 12 साल पहले खेड़ी गांव के प्रधान जयचंद की अनिल दुजाना ने हत्या कर दी थी। अपने नाम की दहशत फैलाने के लिए उसने सुबह जिम जा रहे जयचंद को को 12 गोलियां दागकर मौत की नींद सुला दी थी। साथ ही सड़क पर खड़े होकर कहा था- मैं हूं अनिल दुजाना। इसके बाद से लोगों में अनिल दुजाना का खौफ पैदा हो गया था। इसके बाद उसने कई हत्याएं की। उसपर हत्या के 18 समेत 65 मुकदमे दर्ज थे।