वोट डालो और एक लीटर दूध पर पाओ इंसेंटिव, अमूल की यूनिक पहल; किस वजह से लिया फैसला
गुजरात में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए अमूल ने एक अनोखी पहल शुरू की है। जिसके तहत डेयरी किसानों को प्रति लीटर दूध पर इंसेंटिव मिलेगा। राज्य में सात मई को तीसरे चरण में मतदान होना है।

लोकसभा के दो चरणों के मतदान में वोटिंग प्रतिशत कम रहा है। जिसे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग कोशिश कर रहा है। इसी तरह गुजरात में अमूल ने भी एक पहल की है। जिसके तहत राज्य के लाखों डेयरी किसानों को लोकसभा चुनाव के दौरान वोट देने पर प्रोत्साहन के रूप में एक रुपये प्रति लीटर दिए जाएंगे। इंसेंटिव के लिए उन्हें स्याही वाली उंगली दिखानी होगी। सात मई को तीसरे चरण के मतदान में गुजरात की 26 में से 25 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है। ऐसे में अमूल ने वोट देने वाले किसानों को प्रोत्साहन के रूप में 1 रुपये प्रति लीटर देने का फैसला लिया है।
जीसीएमएमएफ, गुजरात की सभी मिल्क यूनियनों और उसके 18 सदस्यीय यूनियन की सर्वोच्च संस्था है, जिसके पंजीकृत सदस्यों के रूप में 36 लाख डेयरी किसान हैं। राज्य भर में फैली 18,565 ग्राम डेयरी सहकारी समितियों से जुड़े डेयरी किसान, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं, रोजाना लगभग 3 करोड़ लीटर दूध इकट्ठा करते हैं। जीसीएमएमएफ के उपाध्यक्ष वलमजी हंबल ने टीओआई को बताया कि फेडरेशन के बोर्ड सदस्यों ने राज्य के सभी पंजीकृत डेयरी किसानों को प्रोत्साहन का भुगतान करने का फैसला लिया है।
भारत का सबसे बड़े एफएमसीजी ब्रांड पहले से ही अर्बन गुजरात के मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने का काम कर रहा है। ब्रांड ने कस्टमर्स को बेचे जाने वाले मिल्क पाउच पर 'चुनाव का पर्व, देश का गर्व' छपाया हुआ है। कच्छ स्थित सरहद डेयरी के प्रमुख हंबल ने कहा, परंपरागत रूप से, हम अपने मिल्क पाउच पर प्रिंटिड मैसेज के जरिए मतदान को प्रोत्साहित करते रहे हैं। यह एक एक्सरसाइज है जिसे हम सभी तरह के चुनावों से पहले करते रहे हैं। लेकिन इस बार हमने मतदाता को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। यह पहली बार है जब हम वोट करने पर इंसेंटिव देने वाले हैं। इंसेंटिव को उनके खाते में जमा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि फैसले के संबंध में एक संदेश पहले ही सभी सदस्य यूनियनों को भेज दिया गया है।