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अलविदा 2019 : गुरुग्राम को खेलों में नई पहचान मिली, पदक की संभावनाएं बढ़ीं  

इस साल खेल प्रतियोगिताओं में गुरुग्राम को एक नई पहचान मिली। शहर के कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक मिले हैं। जीएमडीए खेल मैदानों की सुविधाएं देकर हर महीने प्रतियोगिता आयोजित...

अलविदा 2019 : गुरुग्राम को खेलों में नई पहचान मिली, पदक की संभावनाएं बढ़ीं  
गुरुग्राम। हिन्दुस्तान टीम Sat, 28 Dec 2019 06:57 PM
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इस साल खेल प्रतियोगिताओं में गुरुग्राम को एक नई पहचान मिली। शहर के कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक मिले हैं। जीएमडीए खेल मैदानों की सुविधाएं देकर हर महीने प्रतियोगिता आयोजित कर खिलाड़ियों को आगे बढ़ा रहा है। इसका बेहतर परिणाम भी सामने आने लगा है। आने वाले दिनों में खिलाड़ियों में पदक जीतने की संभावानएं और बढ़ गईं हैं। पेश है अमर मौर्य की रिपोर्ट...

मिलेनियम सिटी के लिए साल 2019 कई मायनों में यादगार रहा है। एक तरफ जहां जिले को अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदक से मिले हैं। वहीं दूसरी ओर से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक शुरू होने से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए तैयार किया जा रहा है। आईटी क्षेत्र में होने के कारण हरियाणा प्रदेश का 65 फीसदी राजस्व अकेला देने वाला गुरुग्राम शहर है।

साल 2019 में कई खेलों के मैदान शुरू हुए और पदक जीतने के अवसर बढ़े। हालांकि, गुरुग्राम के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसा स्वीमिंग पूल शुरू करने की मांग कर रहे हैं, जहां हर मौसम में अभ्यास किया जा सके। जिला खेल अधिकारी राज यादव ने बताया कि इस साल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को 15 से अधिक पदक मिले हैं। वर्ष 2020 में भी छोटी बड़ी प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी पदक जीतकर नई ऊंचाइयों को छुएंगे।

प्रदेश सरकार की कैश अवॉर्ड योजना के तहत खिलाड़ियों को अब तत्काल पुरस्कार दे दिए जाते हैं। पहले पुरस्कार पाने के लिए खिलाड़ियों को एक साल तक चक्कर काटने पड़ते थे। इससे उनका मनोबल गिर रहा था। खिलाड़ियों को जब से कैश अवॉर्ड मिलने लगा, तब से उनमें पदक जीतने की एक ललक जागी। एक साल में गुरुग्राम के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताआ में एक नई पहचान मिली है।

ये होता तो बात बनती

मल्टीपरपज हॉल तैयार होने में लगेगा समय, 7.49 करोड़ से हो रहा निर्माण

खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए ताऊ देवी लाल स्टेडियम में 7.49 करोड़ रुपये की लागत से मल्टीपरपज हॉल (बहुउद्देश्य हॉल) का निर्माण किया जा रहा है। तीन साल की देरी से निर्माण कार्य चल रहा है।  इसके 6 माह में बनकर तैयार होने की उम्मीद है। हालांकि यह बहुउद्देश्य हॉल को हुडा की ओर से निर्माण करवाया जा रहा है। इसके शुरू होने से बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, लॉनटेनिस, टेबल टेनिस, बैडमिंटन समेत अन्य खेलों की प्रतियोगिताएं इसके अंदर किसी भी मौसम में कराए जा सकते हैं। 

2019 : चार उपलब्धि 

नेहरू स्टेडियम में खेल सुविधा केंद्र शुरू
नेहरू स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए खेल सुविधा केंद्र शुरू हो गया है। इस केंद्र पर टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, जिम्नास्टिक समेत अन्य इंडोर खेल कराए जा सकते हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए पुस्कालय बना है, जहां पर खिलाड़ी खेलों से जुड़ी जानकारी मिलेगी। इससे खिलाड़ियों को राहत मिलेगी।

एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक से हुआ फायदा
ताऊ देवी लाल स्टेडियम में एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक शुरू होने से एक नई पहचान मिली है। प्रदेश के किसी भी जिले में इस तरह का ट्रैक नहीं बना है। यहां पर राष्ट्रीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय की एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं हो सकेंगी। इससे यहां खिलाड़ियों का अभ्यास भी बेहतर तरीके से हो पाएगा।

खिलाड़ियों को मिला बॉक्सिंग कोर्ट
नेहरू स्टेडियम में खिलाड़ियों को बॉक्सिंग कोर्ट में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सालों से खिलाड़ी बिना कोर्ट के प्रशिक्षण करने को मबजूर थे। इससे प्रतियोगिताओ में पदक नहीं जीत पाते थे। दो-तीन माह पहले बॉक्सिंग कोर्ट का शुभारंभ करके 30 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए जिम की शुरुआत
नेहरू स्टेडियम में प्रशिक्षण के लिए आने वाले खिलाड़ियों को सरकार की ओर से आधुनिक जिम शुरू किया गया है। इस पर सभी खेलों के खिलाड़ी जिम करके फिट रह सकते हैं। प्रतिदिन 80 से 100 खिलाड़ी इस जिम का प्रयोग करते हैं। इससे खिलाड़ियों के खेलों में काफी सुधार आया है। इससे एक तरफ जहां खिलाड़ी इस जिम का फायदा उठा रहे हैं वहीं यहां पर आधुनिक मशीनों से कसरत कर उनकी सेहत में भी सुधार हुआ है।

2020 : चार उम्मीद

पहलवानों की सुविधा के लिए इंडोर कुश्ती अखाड़ा
ताऊ देवी लाल स्टेडियम में पहलवान मिट्टी पर अभ्यास करते थे। अब पहलवानों की सुविधा के लिए इंडोर आधुनिक अखाड़ा तैयार किया जा रहा है। जो फरवरी 2020 तक तैयार हो जाएगा। 35 लाख रुपये की लागत इंडोर कुश्ती अखाड़ा और 3,26,592 रुपये की लागत से कुश्ती मैट उपलब्ध करवाए गए हैं। 

तीरंदाजी और कबड्डी के मैदान तैयार होंगे
जीएमडीए की ओर से ताऊ देवी लाल स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए तीरंदाजी और कबड्डी के मैदान बनाए जा रहे हैं। इसमें तीरंदाजी जनवरी तक शुरू हो जाएगी। कबड्डी की प्रतियोगिता अप्रैल तक शुरू करने की संभावना है। कबड्डी के मैट खरीदे जा चुके हैं। अब सिर्फ इंडोर हॉल तैयार किया जाना है।

खिलाड़ियों के लिए वुशू का इंडोर हॉल का निर्माण
खेल विभाग की ओर से नेहरू स्टेडियम में वुशू खिलाड़ियों के लिए वुशू इंडोर हॉल का निर्माण कराया जा रहा है। अभी तक स्टेडियम में इस खेल कोर्ट नहीं था। जनवरी तक इस इंडोर हॉल का शुरू करके प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसे खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं में पदक जीतने में आसानी होगी। साथ ही वह नई तकनीक भी सीखेंगे।

नेहरू स्टेडियम में सिंथेटिक होगा बास्केटबॉल कोर्ट, खिलाड़ियों को राहत मिलेगी
खेल विभाग की ओर से नेहरू स्टेडियम में सिंथेटिक बास्केटबॉल कोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। अप्रैल तक यह कोर्ट शुरू हो जाएगा। अभी खिलाड़ियों को दूसरे स्टेडियम में प्रशिक्षण के लिए जाना पड़ता है। इसके शुरू होने से राज्य की प्रतियोगिताएं कराई जा सकती हैं। यहां पर खिलाड़ी अपने करियर को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाएंगे और राज्य के बाहर होने वाली प्रतियोगिताओं में जीतकर जिले और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।

खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं 

सालों से बिना मैदान के प्रशिक्षण लेने को मजबूर थे। बास्केटबॉल कोर्ट से शुरू होने से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। इससे हमें अपने खेल को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। - भूमि कटारिया, बास्केटबॉल खिलाड़ी

स्टेडियम में मैदानों की कमी से खेलों में काफी दिक्कत आती थी। एथलेटिक सिंथेटिक ट्रैक से अब कई खेलों में दिक्कत नहीं आती है। खिलाड़ियों को इस तरह की सुविधाएं मिलनी चाहिए।  - युवल,  एथलेटिक खिलाड़ी

जीएमडीए ने स्टेडियम में खिलाड़ियों की संख्या देखते हुए कई मैदानों को शुरू करने जा रहा है। इससे खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं में खेलने में आसानी होगी और वह बेहतर कर पाएंगे।  - निष्ठा, बास्केटबॉल खिलाड़ी

नेहरू स्टेडियम में खिलाड़ियों को खेलने से लेकर पढ़ने की सुविधाएं मिल रही है। खिलाड़ियों का मनोबल पहले से काफी बढ़ा है। भविष्य में खिलाड़ी पदक जीतकर जिले नाम रोशन करेंगे। - प्रियांशी , बास्केटबॉल खिलाड़ी

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