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अलविदा 2019 : गाजियाबाद हवाई नक्शे पर उभरा, मेट्रो का विस्तार

शहर को इस साल मेट्रो, हवाई उड़ान और दो फ्लाईओवर की सौगात मिली हैं। अब वर्ष 2020 में जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। इसका मुख्य कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का दूसरा और चौधा चरण, हिंडन नदी का पुल और...

अलविदा 2019 : गाजियाबाद हवाई नक्शे पर उभरा, मेट्रो का विस्तार
गाजियाबाद | कार्यालय संवाददाता Wed, 25 Dec 2019 02:32 PM
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शहर को इस साल मेट्रो, हवाई उड़ान और दो फ्लाईओवर की सौगात मिली हैं। अब वर्ष 2020 में जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। इसका मुख्य कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का दूसरा और चौधा चरण, हिंडन नदी का पुल और धोबीघाट आरओबी का पूरा होना है। यातायात सुगम बनाने के लिए आईटीएमएस प्रोजेक्ट का काम भी पूरा होने की उम्मीद है।

गाजियाबाद में इस साल कई प्रोजेक्ट की शुरुआत होने पर यहां के लोगों को काफी राहत मिली। शहरवासियों के लिए दिल्ली और पास हो गई। दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक मेट्रो (रेड लाइन) रूट शुरू होने से 70 हजार यात्रियों का फायदा हुआ है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तीसरा चरण का इस साल 30 सितंबर को उद्घाटन किया गया। इससे करीब 50 हजार वाहन चालकों को राहत मिली। एयरपोर्ट हिंडन से इसी वर्ष 2 शहरों के लिए उड़ान सेवा शुरू हुई।

वहीं, नए साल में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की दोनों परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी। यूपी गेट से डासना और डासना से मेरठ तक एक्सप्रेस-वे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। इससे मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार, देहरादून जाने वाले लाखों वाहन चालकों की राह आसान होगी। वहीं दिल्ली और नोएडा जाने वाले वाहन चालक भी सरपट सफर का आनंद उठा सकेंगे।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण की कुल दूरी 19 किलोमीटर है। इसमें नौ अंडरपास बनाए हैं, जिनमें से अधिकतर बनकर तैयार हैं। यह सभी जनवरी में खोल दिए जाएंगे। इस चरण का 62 फीसदी काम पूरा कर लिया गया। इसे बीच-बीच में खोलकर वाहन चालकों को राहत दी गई। यह चरण मई 2020 तक खोल दिया जाएगा। इसके खुलते ही दिल्ली और नोएडा आने-जाने वाले वाहन चालकों को काफी राहत मिलेगी। इसके अलावा डासना से मेरठ तक बनने वाले चौथे चरण पर भी काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा दिल्ली-मेरठ रोड से मधुबन बापूधाम को जोड़ने के लिए रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनेगा।

जीडीए का दावा है कि इस आरओबी का निर्माण इसी महीने शुरू होगा और यह 10 महीने में तैयार हो जाएगा। आरओबी के रेलवे ट्रैक के ऊपर वाले हिस्से को रेलवे बनाएगा।

रैपिड रेल के काम को गति मिलेगी

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी ) दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के कार्य को और गति देने में जुट गया। गाजियाबाद से मेरठ तक यह परियोजना 2025 तक पूरी होगी। लेकिन साहिबाबाद से दुहाई तक का 17 किलोमीटर का निर्माण कार्य 2023 तक ही पूरा कर लिया जाएगा। रैपिड रेल दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होगी। इसका दूसरा स्टेशन आनंद विहार होगा। दिल्ली से मेरठ तक कुल 17 स्टेशन बनाए जाने हैं। इनमें साहिबाबाद, मेरठ तिराहा,गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर ईस्ट और मोदीनगर वेस्ट हैं। साहिबाबाद से दुहाई पहले चरण का काम आरंभ हो गया है।

2019: चार उपलब्धि

1. मेट्रो (रेड लाइन) से दिल्ली हुई पास

शहरवासियों के लिए इस साल दिल्ली और पास हो गई। दिलशाद गार्डन से नया बस अड्डा तक मेट्रो (रेड लाइन) रूट शुरू होने से 70 हजार यात्रियों का फायदा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च को इस मेट्रो रूट का उद्घाटन किया था। इस रूट की योजना साल 2013 में बनी। जीडीए और डीएमआरसी के बीच 17 जून 2014 में प्रोजेक्ट का एमओयू साइन हुआ। 

2.  दिल्ली-मेरठ रोड हुई जाम से लोगों को राहत मिली

इस साल दिल्ली मेरठ रोड और दिल्ली को मोहननगर से जोड़ने वाली वसुंधरा रोड पर दो फ्लाईओवर बने हंै। वसुंधरा लाल बत्ती पर जून में फ्लाईओवर खोला गया था। इसकी लागत 60 करोड़ रुपये आई। इसके खुलने से वहां लगने वाला जाम खत्म हो गया है। वहीं, 538 मीटर लंबे राजनगर एक्सटेंशन में दो दो लेन के दो फ्लाईओवर का निर्माण  किया है। 

3. मेरठ एक्सप्रेसवे : घंटों का सफर मिनटों में तय हो रहा

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तीसरे चरण का इस साल 30 सितंबर को उद्घाटन किया गया।  तीसरे चरण की कुल 22 किलोमीटर की दूरी है। इस चरण के खुलने से करीब 50 हजार वाहन चालकों को राहत मिली, क्योंकि पिलखुवा, डासना और मसूरी में रोज जाम लगता था। 22 किलोमीटर का सफर दो से तीन घंटे में तय होता था। लेकिन अब 25मिनट में पूरा हो रहा है।

4. हिंडन एयरपोर्ट से शुरू हुई उड़ान

एनसीआर में दिल्ली के बाद दूसरे एयरपोर्ट हिंडन से इसी वर्ष 2 शहरों के लिए उड़ान सेवा शुरू हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 08 मार्च को हिंडन सिविल एविएशन टर्मिनल का उद्घाटन किया था। इसके बाद 11 अक्टूबर को पहली उड़ान उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के लिए शुरू की गई। इसके बाद 6 नवंबर को कर्नाटक के हुबली के लिए उड़ान शुरू की गई।

2020: चार उम्मीद

1. हिंडन के नए पुल पर दौड़ेंगे वाहन

नए साल में हिंडन नदी पर नया पुल बनकर तैयार हो जाएगा। ब्रिटिश शासनकाल में अंग्रेजों का बनाया गया जर्जर पुल तोड़ा जा चुका है। अंग्रेजी फौज और क्रांतिकारियों के बीच हुए संघर्ष के गवाह उस पुल की जगह अब सेतू निगम नए पुल का निर्माण कर रहा है। जीडीए का दावा है कि नया पुल सितंबर 2020 तक बन जाएगा। रोजाना यहां से गुजरने वाले तीन लाख वाहनों को फायदा होगा। 

2. आईटीएमएस लागू होने से  नियम का नहीं होगा उल्लंघन

शहर के ट्रैफिक को दुरुस्त करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत एलिवेटेड रोड पर काम शुरू कर दिया गया है। जीडीए का दावा है कि पूरे शहर में अक्टूबर तक इसका काम पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत शहर के 15 प्रमुख चौराहों व तिराहों पर रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन जंक्शन बनाया जाएगा। 

3. लोनी से मेरठ एक्सप्रेस वे को जोड़ेगी एमपीआर 

लोनी से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे तक तीन चरणों में नॉर्दर्न पेरिफेरल रोड (एनपीआर) तैयार होगी। राजनगर एक्सटेंशन से दिल्ली मेरठ रोड के बीच प्रथम चरण का काम शुरू हो गया है। दूसरे चरण में दिल्ली मेरठ रोड से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे तक दोनों चरण की करीब 9.90 किमी रोड तैयार हो जाएगी। इसे अक्टूबर तक तैयार करने की योजना है। 

4. लोगों को राहत देगा मधुबन बापुधाम आरओबी

दिल्ली-मेरठ रोड से मधुबन बापूधाम को जोड़ने के लिए रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनेगा। इसका जीडीए का दावा है कि इस आरओबी का निर्माण इसी महीने शुरू होगा और यह 10 महीने में तैयार हो जाएगा। आरओबी के रेलवे ट्रैक के ऊपर वाले हिस्से को रेलवे बनाएगा। साथ ही दोनों तरफ की सड़कें सेतू निगम को बनानी है। इस आरओबी के बनने से काफी लोगांे को फायदा होगा।

नेता और अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं

जीडीए ने इस साल शहर को मेट्रो और दो फ्लाईओवर का तोहफा दिया है। साथ ही कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया है। इसमें से हिंडन नया पुल, मधुबन बापूधाम आरओबी, एनपीआर का काम पूरा किया जाएगा। साथ ही आईटीएमएस की व्यवस्था लागू होने से ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा और जाम नहीं लगेगा।
-कंचन वर्मा, उपाध्यक्ष, जीडीए

मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करता हूं। पहले बस से कई घंटे का सफर तय करना पड़ता था। साथ ही जाम मिलने के कारण क्लास भी छूट जाती थी। लेकिन मेट्रो चलने से मुझे काफी सुविधा हो गई है। अब मेरे करीब दो घंटे बच जाते हैं। आने जाने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है। -अतुल वशिष्ठ,  छात्र, दिल्ली यूनिवर्सिटी

शहर लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है। विकास के जो कार्य धीमी गति से चल रहे हैं उन्हें तेजी से पूरा करने के आदेश दिए हैं। अगले वर्ष शहर के कई निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद लोगों को राहत मिलेगी। -अजय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी 

अगले साल विजयनगर क्षेत्र के लोगों को धोबीघाट आरओबी की सौगात मिल जाएगी। मैं खुद  इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंंग कर रहा हूं। इसके शुरू होने पर लाखों लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा। -वीके सिंह, सांसद एवं केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की जमीन का विवाद खत्म होने के बाद निर्माण कार्य की गति बढ़ा दी गई है। दोनों चरणों पर तेजी से काम चल रहा है। अगले साल तक दोनों चरण खोल दिए जाएंगे। डासना से हापुड़ तक का चरण पहले ही खोला जा चुका है। -मुदित गर्ग, परियोजना अधिकारी एनएचएआई 

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