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एम्स में मरीज को कान की सर्जरी के लिए दी गई छह साल बाद की तारीख

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों को सर्जरी के लिए एक-दो नहीं छह-छह साल इंतजार करने को कहा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला कान-नाक गला (ईएनटी) विभाग में देखने को मिला जहां एक 20...

एम्स में मरीज को कान की सर्जरी के लिए दी गई छह साल बाद की तारीख
नई दिल्ली | वरिष्ठ संवाददाता Fri, 21 Jun 2019 02:15 PM
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों को सर्जरी के लिए एक-दो नहीं छह-छह साल इंतजार करने को कहा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला कान-नाक गला (ईएनटी) विभाग में देखने को मिला जहां एक 20 वर्षीय युवती को कान की सर्जरी के लिए छह साल बाद की तारीख दी गई है।

दिल्ली में इग्नू से बीए सेकेंड ईयर की छात्रा 20 वर्षीय निशा को सुनने में दिक्कत होती है। उनके दोनों कान के पर्दे में छेद है। पिछले कुछ समय से उसका कई सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। यहां उसे कहा गया कि वह जल्द सर्जरी करा ले। निशा का कहना है निजी अस्पताल में उसे सर्जरी का खर्च एक लाख रुपये तक बताया गया। इसके कारण वह एम्स गई और यहां दिखाया। 

10 अक्टूबर 2025 की तारीख : निशा जब दोबारा एम्स में सर्जरी की डेट लेने गई तो सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने 10 अक्टूबर 2025 की तारीख दे दी। इतनी लंबी तारीख देने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनसे पहले कई गंभीर मरीज इलाज की कतार में हैं। एम्स में ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस.सी शर्मा का कहना है कि जिन मरीजों की जान को खतरा है उनकी सर्जरी पहले की जाती है। अस्पताल में देशभर के मरीज आते हैं। मरीजों की अधिक संख्या की वजह से सर्जरी के लिए छह साल तक की प्रतीक्षा सूची बनी हुई है। 

इन विभागों में भी लंबा इंतजार

एम्स के हृदय रोग विभाग में अधिकतम पांच साल बाद तक की तारीख मिलती है। इसके बाद ईएनटी विभाग में पांच से छह साल तक की वेटिंग है। न्यूरो विभाग में भी दो से तीन साल तक की तारीखें मिली हैं। हालांकि, गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए जल्द सर्जरी कराने का समय तय किया जाता है।

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