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AIIMS के मरीजों के लिए राहत की खबर, जल्द ही मिलने वाली है यह सुविधा

दिल्ली एम्स के मरीजों और उनके अटेंडेंट के लिए एक राहत भरी खबर है। एम्स प्रशासन जल्द ही उन्हें एक ऐसी सुविधा देने जा रहा है, जिससे उनकी परेशानी थोड़ी कम हो जाएगी। साथ ही समय भी बचेगा।

AIIMS के मरीजों के लिए राहत की खबर, जल्द ही मिलने वाली है यह सुविधा
Subodh Mishraपीटीआई,नई दिल्लीWed, 31 Jul 2024 05:55 PM
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दिल्ली एम्स के मरीजों और उनके अटेंडेंट के लिए एक राहत भरी खबर है। जल्द ही उन्हें एक ऐसी सुविधा मिलने वाली है, जिससे उनकी परेशानियों में कमी आएगी। 

दिल्ली एम्स के मरीजों और उनके अटेंडेंट के जल्द ही इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा शुरू होने वाली है। इस सुविधा का उद्देश्य लंबी पैदल यात्रा और महंगे ऑटो-रिक्शा से छुटकारा दिलाने के साथ ही अस्पताल परिसर के भीतर यातायात की सुविधा मुहैया कराना है। एम्स की ओर से मंगलवार को जारी एक ज्ञापन में कहा गया है कि ई-बसों में लगभग 20 सीटें, एयर कंडीशन और लो फ्लोर की क्षमता होगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर मरीज को व्हीलचेयर पर लादने का विकल्प भी होगा।

एम्स के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने कहा कि अस्पताल परिसर में आने वाले लोगों के लिए चीजों को अधिक आसान बनाने के लिए कई बदलाव किए गए हैं। मरीजों और उनके परिचारकों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक परिवहन द्वारा संस्थान के भीतर आंतरिक स्थलों तक कनेक्टिविटी के लिए एक समग्र योजना तैयार की गई है।

ज्ञापन के अनुसार, निदेशक द्वारा मरीजों और उनके परिचारकों के साथ बातचीत में सामने आया है कि एम्स परिसर के नजदीकी बस स्टॉप के साथ हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रमुख है। कमजोर और दुर्बल रोगियों को अक्सर लंबी दूरी तक पैदल चलना पड़ता है। या फिर महंगा ऑटो रिक्शा लेना पड़ता है। इसके अलावा, चूंकि एम्स परिसर लगभग 200 एकड़ में फैला हुआ है, इसलिए मस्जिद मोठ या ट्रॉमा सेंटर क्षेत्रों में जाने वाले मरीजों को अक्सर एम्स मेट्रो स्टेशन से लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।

ज्ञापन में कहा गया है कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि रोगियों और उनके अटेंडेंट के लिए एम्स प्रशासन की ओर से इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी। इन इलेक्ट्रिक बसों को आउटसोर्सिंग के आधार पर लीज पर लिया जाएगा। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे के दौरान हर 10 मिनट पर और शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक हर 15 मिनट पर इसकी सेवा सुनिश्चित की जाएगी। 

इन ई-बसों के एम्स परिसर के भीतर प्रमुख ड्रॉप-ऑफ स्थानों पर स्टॉप होंगे। स्टॉप पर एक कॉल बटन होगा जिसे दबाकर मरीज ई-बस सेवा प्रदाता को सूचित कर सकते हैं कि वे स्टॉप पर इंतजार कर रहे हैं। ई-बसें सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से सुसज्जित होंगी। जीपीएस ट्रैकिंग के आधार पर ई-बस के आगमन का अपेक्षित समय दिखाने वाला एक रोगी ऐप विकसित किया जाएगा। इसे आईओएस और एंड्रॉइड ऐप स्टोर के लिए मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा। ऐप में मरीजों के लिए सेवा में किसी भी समस्या के संबंध में शिकायत दर्ज करने का विकल्प भी होगा। किराया केवल यूपीआई या एम्स स्मार्ट कार्ड के माध्यम से लिया जाएगा।

डॉ एम श्रीनिवास ने कहा कि हम अपने मरीजों के अनुभव को हर दिन बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल न केवल हमारे मरीजों की परिवहन समस्याओं को हल करेगी बल्कि परिसर के भीतर एक विश्वसनीय और सुविधाजनक सवारी भी प्रदान करेगी।