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चंडीगढ़ में भाजपा पर जमकर बरसे संजय सिंह, जानिए किसे बताया 'आजाद भारत की सबसे बड़ी राजनीतिक साजिश'?

कथित शराब नीति घोटाला मामले में जमानत पर बाहर आए आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह मंगलवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में चंडीगढ़ पहुंचे। जहां उन्होंने केंद्र की BJP सरकार पर तीखा हमला बोला।

चंडीगढ़ में भाजपा पर जमकर बरसे संजय सिंह, जानिए किसे बताया 'आजाद भारत की सबसे बड़ी राजनीतिक साजिश'?
Admin लाइव हिन्दुस्तान, चंडीगढ़Tue, 9 April 2024 05:11 PM
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दिल्ली शराब घोटाला मामले में जमानत पर बाहर आए आम आदमी पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लोकसभा चुनाव की कमान संभाल ही है। मंगलवार को वे पंजाब में पार्टी की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए चंडीगढ़ पहुंचे। जहां उन्होंने पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात की, फिर शाम को चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, आबकारी नीति का मामला आजादी के बाद की सबसे बड़ी राजनीतिक साजिश है। यह मामला केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ साजिश के तहत दर्ज करवाया गया है। इसमें किसी घोटाले की जांच करने का कोई इरादा नहीं है। मकसद दिल्ली और पंजाब में प्रचंड बहुमत की दोनों आम आदमी पार्टी की सरकारों को गिराना है। यह आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता और 10 साल में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने की उसकी उपलब्धि को रोकने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने कोई घोटाला किया है तो वह भाजपा है, जिसके खिलाफ 60 करोड़ रु का घोटाला पाया गया है, यह बात हर कोई जानता है।

केवल 2 बयान ही कोर्ट में पेश किए गए

संजय सिंह ने कहा कि 'अरविंद केजरीवाल के मामले में झूठे गवाह तैयार किए गए और बेबुनियाद आरोप लगाए गए। 10-10 बयान दर्ज किए गए लेकिन केवल 2 को ही कोर्ट में पेश किया गया। बाकी सब छुपे हुए हैं क्योंकि वे उनके प्रचार से मेल नहीं खाते। मंगुटा रेड्डी ने 10 बयान दिए। आखिरी 2 बयानों में जैसे ही उन्होंने केजरीवाल का नाम लिया, तुरंत उनके बेटे राघव रेड्डी को जमानत मिल गई। दरअसल जिस मंगुटा के खिलाफ भाजपा ने यह जांच शुरू की थी, वह अब भाजपा के बैनर तले वोट मांग रहे हैं और हर जगह मोदी की तस्वीर लगा रहे हैं। लेकिन जब उन्होंने अपने बयान में अरविंद केजरीवाल का नाम लिया तो उन्हें पीठ दर्द के लिए जमानत मिल गई। संजय सिंह ने कहा कि एक अन्य गवाह चंदन रेड्डी के कान का पर्दा फाड़ दिया। उन्होंने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील भी की। समीर महेंद्रू और अरुण पेल्लू पर अरविंद केजरीवाल का नाम लेने के लिए दबाव डाला गया और उन्हें सूचित किया गया क्योंकि वे इस पूरे मामले को उनके खिलाफ बनाना चाहते थे।'

'भाजपा से पूछताछ क्यों नहीं कर रही ED-CBI'

संजय सिंह ने कहा- 'मैं भारत की आजादी के बाद की सबसे भ्रष्ट पार्टी और उनकी सरकार से पूछना चाहता हूं कि जब आपके खिलाफ सीधे तौर पर 60 करोड़ रुपए की मनी ट्रेल पाई गई तो आपके नेताओं से ED और CBI पूछताछ क्यों नहीं कर रही? ED ने क्यों नहीं लिखा अब एक भी पत्र? क्या कारण है कि जिस कंपनी का मुनाफा शून्य है, वह कंपनी भाजपा को सैकड़ों करोड़ का फंड दे रही है? भाजपा को सैकड़ों करोड़ का चंदा देने वाली जो फर्जी कंपनियां हैं, ED और CBI उसकी जांच क्यों नहीं कर रही हैं? इस मामले में भाजपा नेताओं से पूछताछ क्यों नहीं होती? उन पर छापे क्यों नहीं मारे जाते?'

'यह सिर्फ केजरीवाल के खिलाफ राजनीतिक साजिश'

संजय सिंह ने कहा कि 'यह सिर्फ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ राजनीतिक साजिश है। जिन बयानों में अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं था, उन्हें जानबूझकर कार्रवाई से बाहर रखा जा रहा है और अदालत के सामने नहीं रखा जा रहा है। यदि सारे तथ्य न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नहीं किए जाएंगे तो न्याय कैसे मिलेगा? अरविंद केजरीवाल के वकील अपना काम कर रहे हैं। वकील लगातार दस्तावेजों का निरीक्षण कर रहे हैं।' सिंह ने उम्मीद जताई कि 'जल्द ही अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से न्याय मिलेगा।'

उन्होंने आगे कहा कि 'PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) में बहुत सी अनियमितताएं हैं, जिनमें कोर्ट के सामने पूरी सच्चाई नहीं रखने पर जमानत मिलने का प्रावधान बहुत मुश्किल है क्योंकि पूरा मामला कोर्ट के सामने नहीं आ रहा है। 20,000 से ज्यादा पन्ने अविश्वसनीय दस्तावेजों में रखे गए हैं यानी 20,000 कागजात ED छिपा रही है और कह रही है कि उन्हें उन पर भरोसा नहीं है। लेकिन PMLA की धारा 15 के तहत यह उल्लेख है कि कोई भी गलत बयान नहीं दे सकता है। अगर आप झूठी गवाही देते हैं तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अगर ऐसे बयान हैं जो अविश्वसनीय हैं तो उन बयानों को देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? अरविंद केजरीवाल का नाम लेने से पहले एक शख्स ने आठ बयान दर्ज कराए थे, लेकिन केजरीवाल का नाम लेते ही उसके झूठे बयानों पर कार्रवाई की बजाय उसे जमानत मिल गई।'

'सच कोर्ट के सामने आएगा तो केजरीवाल को न्याय मिलेगा'

सिंह ने आगे कहा कि 'शरथ रेड्डी ने 12 बयान दिए। 10 नवम्बर को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 15 नवम्बर को उन्होंने चुनावी बांड के जरिए BJP को 5 करोड़ और 50 करोड़ का फंड दिया। क्या 55 करोड़ रुपए की रिश्वत की जांच नहीं होगी?' उन्होंने कहा 'हमें अपनी न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि जब छुपे हुए बयानों को अदालत के सामने पेश किया जाएगा तो अरविंद केजरीवाल को राहत मिलेगी और यह झूठा मामला रद्द हो जाएगा। गवाहों को मारपीट कर, डरा-धमका कर झूठे बयान लिए जाते हैं, यह रिकॉर्ड में है। गवाही छिपाई जा रही है, इसलिए एक दिन सत्य की विजय होगी और न्याय मिलेगा।'

मोदी को बताया तानाशाह प्रधानमंत्री

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि 'अभी हमारे देश में ऐसी सरकार है, जो संसद के अंदर सुप्रीम कोर्ट के जजों की संवैधानिक पीठ के फैसले को बदल देती है। आपको याद होगा कि 5 जजों ने दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला दिया था। कुछ शक्तियां दिल्ली सरकार के पास होनी चाहिए, इसके बावजूद तानाशाह प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र और संविधान के पक्ष में दिल्ली के पक्ष में दिए गए फैसले को बदल दिया। जब मुख्य न्यायाधीश को चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल किया गया तो प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार ने कहा कि नहीं, हम खुद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति करेंगे और संसद के अंदर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदल दिया गया।'

(रिपोर्ट: मोनी देवी)

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