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होम आइसोलेशन में रहते हुए 255 मरीज पहुंचे अस्पताल, एक ही हुई मौत

मिलेनियम सिटी में संक्रमित मरीजों की संख्या 23 हजार के पार पहुंच चुकी है। जिले में 84 फीसदी से अधिक मरीज ए-सिम्टोमैटिक श्रेणी में हैं। कम लक्षण होने के कारण ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा...

होम आइसोलेशन में रहते हुए 255 मरीज पहुंचे अस्पताल, एक ही हुई मौत
हिन्दुस्तान,गुरुग्रामSat, 10 Oct 2020 08:28 PM
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मिलेनियम सिटी में संक्रमित मरीजों की संख्या 23 हजार के पार पहुंच चुकी है। जिले में 84 फीसदी से अधिक मरीज ए-सिम्टोमैटिक श्रेणी में हैं। कम लक्षण होने के कारण ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 18128 मरीजों को रखा गया। इनमें से 16057 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी भी होम आइसोलेशन में 1815 मरीज रह रहे हैं। मरीज खुद भी अस्पतालों में भर्ती होने के बजाए घर पर रहकर ही इलाज करवाना पंसद कर रहे हैं। हालांकि इस बीच होम आइसोलेशन रहते हुए 255 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। होम आइसोलेशन में रह रहे एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। चिकित्सिकों की सलाह है कि होम आइसोलेशन में रहने के दौरान मरीज नियमों का सख्ती से पालन करे और खुद का बेहतर ध्यान रखें।   

1963 मरीजों की बिगड़ी हालत
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 69.06 फीसदी संक्रमित मरीजों ने होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना को मात दी है, लेकिन इस दौरान प्रदेश में 1963 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। ऐसे में उनको अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। मरीजों को सांस लेने में दिक्कत और तेज बुखार होने पर अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। प्रदेश में होम आइसोलेशन में रहते हुए 20 मरीजों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा फरीदाबाद जिले के 313 मरीजों की होम आइसोलेशन में रहते हुए तबीयत बिगड़ी थी। दूसरे नंबर पर गुरुग्राम जिले के 255 मरीजों की तबीयत बिगड़ी थी। होम आइसोलेशन में रहते हुए सबसे ज्यादा भिवानी जिले में चार मरीजों की मौत हुई। जबकि फरीदाबाद और फतेहाबाद जिले में तीन-तीन मरीजों की मौत हुई। 

84 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में हुए ठीक
गुरुग्राम जिले मे 84 फीसदी संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए कोविड़ को मात दी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में18128 संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रखा गया। उनमें से  16057 संक्रमित मरीज अभी तक होम आइसोलेशन में रहते हुए ठीक हो चुके है। जबकि 1815 सक्रिय मरीज अभी भी होम आइसोलेशन में है। जबकि 3331 संक्रमित मरीज अस्पताल में रहते हुए ठीक हुए है। प्रदेश में सबसे ज्यादा  रेवाड़ी जिले में 93 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हुए। सोनीपत जिले में सबसे कम 28.3 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं। फरीदाबाद जिले में 68 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए ठीक हुए है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें संक्रमित मरीजों पर नजर रखती है और रोजाना उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेती है। होम आइसोलेशन में रहते हुए मरीजों को क्या-क्या सावधानी बरतनी है।

ज्यादातर संक्रमित मरीज ए-सिम्टोमैटिक श्रेणी में हैं। ऐसे में उन सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाता है। होम आइसोलेशन में रहते हुए मरीजों को नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। समय पर दवाई लेनी चाहिए। होम आइसोलेशन में रहते हुए अगर नियमों का पालन नहीं किया,तो तबीयत बिगड़ने के भी आसार रहते हैं। इसीलिए सभी को ध्यान रखने की जरूरत है और इम्युनिटी बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।- विरेंद्र यादव, सिविल सर्जन गुरुग्राम

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