लोकेश ने 3 दिन रेकी कर बनाया था ज्वैलरी शॉप का नक्शा, फिर अकेले ही 25 करोड़ की 'महाचोरी' को दिया अंजाम
लोकेश ने वारदात से पहले दिल्ली के कई इलाकों से अलग-अलग औजार खरीदे थे। फिलहाल छत्तीसगढ़ की बिलासपुर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों के तीसरे साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

दिल्ली के भोगल में हुई 25 करोड़ रुपये के सोने की चोरी को अंजाम देने वाले 'महाचोर' लोकेश श्रीवास ने अपने साथी शिवा के साथ तीन दिन तक उमराव सिंह ज्वैलर्स के शोरूम की रेकी की थी। उसके बाद उन दोनों ने मिलकर उस शोरूम का नक्शा बनाया और फिर लोकेश ने अकेले ही महाचोरी की वारदात को अकेले ही अंजाम दिया।
लोकेश अपने साथी शिवा के साथ 9 सितंबर को रेकी करने के लिए दिल्ली आया था। तीन दिन तक यहां रुकने के दौरान शोरूम का नक्शा तैयार कर लिया। नक्शा बनाने के बाद वे मथुरा और मध्य प्रदेश गए। मध्य प्रदेश से 21 सितंबर को आरोपी अकेला दिल्ली आया और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। आरोपी ने वारदात से पहले दिल्ली के कई इलाकों से अलग-अलग औजार खरीदे थे। फिलहाल छत्तीसगढ़ की बिलासपुर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों के तीसरे साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसे पूछताछ के लिए तेलंगाना पुलिस साथ लेकर गई है।
साथी के संम्पर्क में था : लोकेश ने बताया कि वह वारदात के दौरान शिवा के संपर्क में था। आरोपी शिवा के साथ अपनी लोकेशन और वारदात की जानकारी साझा कर रहा था। इसके अलावा लोकेश ने ज्वैलरी के बारे में भी शिवा को दिल्ली से ही जानकारी दे दी थी।
तीसरे आरोपी को तेलंगाना पुलिस ले गई : पूछताछ के बाद पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना के बाद तेलंगाना पुलिस भी बिलासपुर पहुंच गई। आरोपियों ने वहां भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।
अभी दिल्ली नहीं लाया जाएगा आरोपी
मामले में आरोपी को शनिवार शाम कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। इसके बाद 25 करोड़ रुपये की चोरी मामले के जांच अधिकारी (आइओ) एसआई जितेंद्र ने कोर्ट में चोरी के बरामद सामान की कस्टडी और आरोपी की ट्रांजिट रिमांड के लिए याचिका दाखिल की है। साथ ही, बिलासपुर पुलिस ने भी आरोपी की पांच दिनों की पुलिस कस्टडी मांगी। सीजेएम ने आरोपी को तीन दिनों के लिए बिलासपुर पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया है।
