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एक हजार युवाओं से ठगी करने में 14 दबोचे, इस तरह बनाते थे शिकार

साइबर थाना पुलिस ने मंगलवार शाम को फर्जी वेबसाइट बना कर नौकरी के नाम पर एक हजार से अधिक लोगों से ठगने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी कॅरियर संबंधी वेब पोर्टल से मिलती-जुलती नाम वाली...

गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। हिन्दुस्तान
1/ 2गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। हिन्दुस्तान
गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। हिन्दुस्तान
2/ 2गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। हिन्दुस्तान
गुरुग्राम | कार्यालय संवाददाता Thu, 05 Dec 2019 04:58 PM
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साइबर थाना पुलिस ने मंगलवार शाम को फर्जी वेबसाइट बना कर नौकरी के नाम पर एक हजार से अधिक लोगों से ठगने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी कॅरियर संबंधी वेब पोर्टल से मिलती-जुलती नाम वाली वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। इसके बाद रिज्यूम ठीक कराने और नौकरी के बदले युवाओं से पांच से तीस हजार रुपये वसूलते थे। एक व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में सेक्टर-48 स्थित आईटी पार्क के इनके कार्यालय से आठ लड़कियों और छह लड़कों समेत 14 को गिरफ्तार किया है।

साइबर थाना पुलिस ने आईटी पार्क स्थित अनासदीवी इंफोटेक प्राइवे लिमिटेड नाम के इनके दफ्तर में छापामारी के दौरान आरोपियों से दो लैपटॉप, दस मोबाइल फोन और दस सिम कार्ड भी बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने इनसे 1.5 लाख रुपये नगद भी बरामद किया है। पुलिस को आरोपियों के दो खातों में 6.50 लाख रुपये भी मिले हैं, जिन्हें सीज करा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के बैंक खाते से ठगी का शिकार हुए बेरोजगार की जानकारी जुटाएंगे। इसके बाद पीड़ितों के रुपये वापस कराएंगे। इधर पुलिस 14 में से दो आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है।

ऐसे बनाते हैं शिकार : डीसीपी मुख्यालय शंशाक कुमार ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपियों को सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर आदि की अच्छी जानकारी है। सभी स्नातक पास हैं और इनमें से कई ने कंप्यूटर संबंधी डिप्लोमा किया हुआ है। कुमार के मुताबिक आरोपी नामी जॉब पोर्टल से मिलने जुलते नाम की वेबसाइट बनाते थे। इधर इन वेबसाइट पर तमाम बेरोजगार लोग नौकरी के लिए अपना रिज्यूम अपलोड कर देते थे। इसके बाद यहां से फोन कर ठगी करने का सिलसिला शुरू होता था। आरोपी रिज्यूम सुधरवाने और नौकरी के बदले वेबसाइट पर दिए गए भुगतान के विकल्प के माध्यम से पेटीएम में पांच हजार से तीस हजार रुपये तक मंगवाते थे। रुपये आने के बाद वह रोजाना पीड़ितों को टरकाते रहते थे। इसके कुछ दिन बाद उनके फोन नंबर को ब्लॉक कर दिया जाता था।

एक के बाद दूसरी वेबसाइट : पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने फरवरी में बनाई वेबसाइट को अक्तूबर तक चलाया पर ठगी के शिकार लोगों ने रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो इसे बंद कर दिया। बाद मेंनई वेबसाइट बनाई गई। इधर एक प्रसिद्ध जॉब पोर्टल से भी बेरोजगारों का डाटा हासिल किया था।

पेटीएम से भुगतान लेते थे

अधिक कमाई के लिए आरोपियों ने नवंबर से दो नई वेबसाइट शुरू की और उसका नया कार्यालय सोहना रोड स्थित आईटी पार्क के टॉवर- बी-2 में ऑफिस किराये पर लिया। यहां से लोगों को फोन करके उनको अच्छी नौकरी दिलवाने के नाम पर पेटीएम के पेमेंट गेटवे से धनराशि प्राप्त करने लगे। यहां काम करने वालों की बॉयोमीट्रिक हाजिरी लगती थी।

पुलिस ने इनको किया गिरफ्तार

  • आमिर तुफेल निवासी जिला मुजफरनगर
  • मोहित सिंह निवासी जिला अल्मोड़ा
  • दिनेश शर्मा निवासी फरीदाबाद
  • लिल्लू निवासी फिदेड़ी जिला रेवाड़ी
  • अमित कुमार निवासी फतेहपुर बेरी, दिल्ली
  • पंकज कुमार निवासी ओरावरी, जिला कानपुर
  • अर्चना श्रीनिवास निवासी जिला मोहबा उत्तर प्रदेश
  • शिनु निवासी जिला फाजिल्का, पंजाब
  • वंदना निवासी पानीपत
  • चंचल कुशवाह निवासी शकूरपुर दिल्ली
  • हेमा विश्वकर्मा निवासी मध्य प्रदेश
  • प्रिया निवासी निहाल कॉलोनी,गुरुग्राम
  • प्रीति निवासी गुरुग्राम
  • अंजली सिंह निवासी नई दिल्ली

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