योगी सरकार ने इस जिले में बनाया स्मार्ट स्कूल, हाईटेक क्लास-आलीशान बिल्डिंग; छात्रों को क्या-क्या मिलेंगी सुविधा
यूपी की योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों को आधुनिक शिक्षा केंद्रों में बदलने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर में 1.30 करोड़ रुपये की लागत से हाईटेक सरकारी स्कूल बनाया गया है। जिसका उद्घाटन 19 मार्च को किया जाएगा

यूपी की योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों को आधुनिक शिक्षा केंद्रों में बदलने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर में 1.30 करोड़ रुपये की लागत से हाईटेक सरकारी स्कूल बनाया गया है। जिसका उद्घाटन 19 मार्च को किया जाएगा। एक सरकारी प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह स्कूल का उद्घाटन करेंगे, जो राज्य में स्कूल के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक कदम है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए स्कूल को स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल बोर्ड, लैब और शिक्षा सुविधाओं से लैस हैं। बयान में कहा गया है कि वर्तमान में 90 छात्र एनरोल हैं और सरकार का लक्ष्य आगामी सत्र में एडमिशन को बढ़ाकर 150 से ज्यादा करना है। इस पहल का मकसद सरकारी स्कूलों को निजी संस्थानों के बराबर उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है, जिससे सभी छात्रों के लिए समान शिक्षा के अवसर सुनिश्चित हो सकें।
स्कूल में सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हर क्लास में डिजिटल बोर्ड हैं। स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें आरओ का शुद्ध पेयजल और लड़के-लड़कियों के लिए अलग-अलग टॉयलेट हैं। स्कूल को दिव्यांगों के अनुकूल डिजाइन किया गया है। ऐसे विशेष जरूरत वाले बच्चों के लिए रैंप, रेलिंग और सहायक उपकरण हैं। अधिकारियों ने कहा कि उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल को ग्रीन स्कूल मॉडल के अनुसार निर्मित किया गया है। जिसमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत विकास के सिद्धांतों को अपनाया गया है।
आकस्मिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हर कक्षा में दो दरवाजे बनाए गए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में छात्रों को आसानी से निकाला जा सके। मिड-डे मील के लिए भी अलग से एक भवन तैयार किया गया है, जहां छात्र आराम से बैठकर भोजन कर सकेंगे। इसके अलावा, बच्चों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में खेलकूद और लैब की भी विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे वे न सिर्फ शारीरिक रूप से सक्रिय रह सकें, बल्कि वैज्ञानिक प्रयोगों के माध्यम से व्यावहारिक शिक्षा भी प्राप्त कर सकें।