
हरियाणा के पलवल से PAK के लिए जासूसी करने वाले को दबोचा, मोबाइल से मिले अहम सबूत
संक्षेप: हरियाणा पुलिस की खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में आलीमेव गांव निवासी 35 वर्षीय तौफिक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि तौफीक भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को भेज रहा था।
हरियाणा की पलवल जिला पुलिस की खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में आलीमेव गांव निवासी 35 वर्षीय तौफिक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि तौफीक भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को भेज रहा था। पुलिस को आरोपी के मोबाइल से अहम सबूत मिले हैं।
खुफिया ब्यूरो से सीआईए को गुप्त सूचना मिली थी कि आलीमेव गांव निवासी तौफिक देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। वह वॉट्सऐप के जरिये भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक कर्मचारी को उपलब्ध करा रहा है। गुरुवार को पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जांच के दौरान आरोपी की गतिविधियों के बारे में पुष्टि होने पर शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
कई लोगों को पाकिस्तान भिजवा चुका
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी तौफिक तीन-चार वर्ष पहले पाकिस्तान अपनी रिश्तेदारी में घूमने के लिए गया था। उसी दौरान पाकिस्तान दूतावास में काम करने वाले एक कर्मचारी से उसकी मुलाकात हुई। उसके बाद वे दोनों वॉटसऐप से चैट करने लगे। आरोपी लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए बोलता था। आरोपी कई लोगों का वीजा लगवाकर उन्हें पाकिस्तान भिजवा चुका है।
आरोपी के मोबाइल की वॉटसऐप चैट में एक सैनिक का ब्योरा पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी को भेजने के सबूत मिले हैं। आरोपी के मोबाइल में कई पाकिस्तानी नंबर भी दर्ज मिले हैं। डीएसपी क्राइम मनोज कुमार ने बताया कि इस मामले में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है।
नूंह में कई लोग पहले भी हो चुके गिरफ्तार
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पुलिस कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बीते मई माह में राजाका गांव निवासी अरमान को गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि अरमान दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश को देश की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी दे रहा था। आरोपी अरमान के पिता जमील की दो बुआ पाकिस्तान में हैं। उनसे मिलने के लिए अरमान दो बार पाकिस्तान भी गया था। इसी दौरान वह पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारियों के संपर्क में आ गया था। इसी तरह नूंह के कांगरका गांव से तारीफ को गिरफ्तार किया था।
पाक जाने वाले एजेंसियों के रडार पर
पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी लोगों को अपने जाल में फंसाकर देश की सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लेने में जुटे हैं। पाकिस्तान उच्चायोग के संपर्क में रहने वाले संदिग्ध लोग खुफिया एजेंसियों के रडार पर रहते हैं। देश का बंटवारा होने के बाद काफी संख्या के लोग पाकिस्तान चले गए थे, जबकि उनके कुछ परिजन भारत में रह गए थे। इस वजह से लोगों को पाकिस्तान और भारत आना-जाना लगा रहता है। इस वजह से स्थानीय लोगों के संपर्क में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी आ जाते हैं। इससे पूर्व भी उच्चायोग के कर्मचारी इस तरह लोगों को अपने जाल में फंसाते रहे हैं।





