राहत
नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता।
सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में शुक्रवार से ओपीडी परिसर के बाहर पंजीकरण की सुविधा शुरू कर दी गई है। महिला और पुरुष रोगियों के लिए अलग अलग ओपीडी पंजीकरण काउंटर बनाए गए हैं। वहीं साल के पहले दिन अस्पताल में अन्य दिनों की तुलना में करीब 50 फीसदी कम रोगी इलाज कराने पहुंचे।
ओपीडी परिसर के बाहर दो पंजीकरण काउंटर बनाए गए हैं। प्रत्येक काउंटर पर दो-दो कर्मचारियों को तैनात किया गया है। नई व्यवस्था में काउंटर पर मरीज को ओपीडी पंजीकरण की एक पर्ची दी जाती है और वहीं पर एक रुपये पंजीकरण शुल्क जमा करने की सुविधा है। मरीज की पर्ची पर ओपीडी कमरा संख्या लिख दी जाती है, जिसके आधार पर डॉक्टर मरीज का पर्चा बनाते हैं और उस पर इलाज संबंधी परामर्श लिखते हैं।
अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को 352 रोगी ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे। अन्य दिनों में रोजाना औसतन 800 रोगी इलाज कराने पहुंच रहे थे। सोमवार को करीब एक हजार रोगियों की ओपीडी हुई थी। अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रेनू अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद से ओपीडी में डॉक्टर पर्चा बनाते थे और मरीज को वहीं पर एक रुपये पंजीकरण शुल्क जमा करना होता था। अब पंजीकरण की प्रक्रिया व्यवस्थित कर दी गई है। कितने मरीजों का ओपीडी पंजीकरण हुआ है, इसका एक रजिस्टर तैयार हो रहा है।
इस व्यवस्था से लॉकडाउन से पहले की तरह मरीजों का डाटा तैयार करना आसान हो गया है। मरीजों को भी किस ओपीडी कमरा संख्या में जाना है, इसकी जानकारी के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है।