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डॉक्टरों ने पाकिस्तानी बच्चे का दिल बचाया

-माता-पिता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से ट्विटर के जरिए वीजा का निवेदन किया...

डॉक्टरों ने पाकिस्तानी बच्चे का दिल बचाया
हिन्दुस्तान टीम,नोएडाThu, 04 Jan 2018 08:59 PM
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सेक्टर-128 स्थित जेपी अस्पताल में पाकिस्तान के लाहौर निवासी चार महीने के रोहन के दिल का सफल ऑपरेशन किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चा दिल की बीमारी हाइपोप्लास्टिक लेफ्ट हार्ट सिंड्रोम से पीड़ित था। रोहन के पिता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से ट्विटर के जरिए वीजा का निवेदन किया था, जिसके बाद उसे वीजा मिला था। बच्चा अब ठीक है।

पीडिएट्रिक कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि 7 सितंबर 2017 को माता-पिता रोहन को अस्पताल लेकर आए थे। 8 सितंबर को बच्चे के दिल की सर्जरी की गई थी। वह अब ठीक हो रहा है और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उसे नियमित जांच के लिए अस्पताल लाया जाता है। वह जनवरी के पहले हफ्ते में पाकिस्तान वापस लौट जाएगा।

उन्होंने बताया कि रोहन जन्मजात दिल की बीमारी से पीड़ित था। हाइपोप्लास्टिक लेफ्ट हार्ट सिंड्रोम में गर्भ के विकास के दौरान बच्चे के दिल में रक्त का सामान्य प्रवाह नहीं हो पाता। उसके दिल का बायां हिस्सा विकसित नहीं हुआ था, जिसके चलते उसके फेफड़ों पर भी दबाव बन रहा था। उसे सांस लेने में दिक्कत थी और वजन भी नहीं बढ़ रहा था। मॉडीफाईड नॉरवुड प्रक्रिया से उसका इलाज किया गया। सर्जरी में तकरीबन 10 घंटे लगे थे। डॉक्टर ने बताया कि एक हजार बच्चों में से एक बच्चा इस बीमारी से पीड़ित होता है।

भारत का आभार जताया

रोहन की मां मेहविश मुख्तार ने कहा कि भारत की विदेश मंत्री के आभारी हैं, जिन्होंने वीजा के निवेदन को स्वीकार किया।

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एक दिन में मिला वीजा

रोहन की मां मेहविश मुख्तार ने बताया कि बच्चे के इलाज के लिए जल्दी वीजा चाहिए था, जो मिल नहीं रहा था। 29 अगस्त को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को बच्चे के पिता मोहम्मद फैसल जावेद ने ट्वीट किया था। ट्वीट की एक शृंखंला बनती गई। करीब पांच घंटे बाद ही जवाब मिल गया और उसी दिन वीजा बना दिया गया।

नोएडा में घर जैसा माहौल मिला

रोहन की मां ने बताया कि भारत में लोगों ने काफी सहयोग किया। बच्चे की अस्पताल में नियमित जांच करानी पड़ती है। इसलिए इन दिनों नोएडा में फ्लैट में किराए पर रह रहे हैं, जहां बिल्कुल घर जैसा माहौल नहीं है।

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-अक्तूबर के पहले हफ्ते में बाग्लांदेश निवासी नौ महीने की अहाना का दिल का ऑपरेशन किया गया था। उसे नवंबर में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

-नोएडा में कई अस्पतालों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत कई विदेशी मरीजों का सफल ऑपरेशन हुआ है।

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