पराली जलने की सूचना पर पहुंचे अफसर का रास्ता रोका
जेवर। संवाददाता भारतीय किसान यूनियन के नेता के जेवर बांगर स्थित खेत में बुधवार...
ग्रेटर नोएडा/जेवर। हिटी
पराली जलाने की सूचना पर जेवर बांगर के खेतों में पहुंचे कृषि उपनिदेशक का किसानों ने रास्ता रोक लिया। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के आने पर ही वह जाने देंगे। इसके बाद एसडीएम और जेवर कोतवाली प्रभारी पहुंचे तब वार्ता हुई और अफसर को जाने दिया। हालांकि, भाकियू कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने कृषि उपनिदेशक को एक घंटे तक बंधक बनाए रखा। अफसरों के आने के बाद ही छोड़ा गया।
जेवर क्षेत्र के जेवर बांगर में बुधवार को भाकियू नेता धीरज के खेत में पराली जलने की सूचना मिली। दरअसल यह जानकारी सेटेलाइट इमेज से मिली। इसके बाद उपकृषि निदेशक विनोद कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सुबह करीब 11 बजे वहां पर जेवर के स्थानीय भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनका रास्ता रोक लिया। उनका घेराव किया। उपकृषि निदेशक ने जिला प्रशासन के उच्चधिकारियों को फोन कर मामले की सूचना दी। इसके बाद पहुंचे एसडीएम रजनीकांत मिश्र और कोतवाल उमेश बहादुर सिंह ने भाकियू कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत किया। अधिकारी किसान नेता पर कोई कार्रवाई किए बिना वापस लौट गए। इस बारे में कृषि उपनिदेशक ने बताया कि किसानों ने उनका रास्ता रोका था। बंधक बनाने जैसी कोई बात नहीं थी।
भाकियू का दावा, एक घंटे तक बैठाए रखा
भाकियू कार्यकर्ताओं ने अधिकारी को बंधक बनाने का दावा किया है। उन्होंने इसकी पोस्ट सोशल मीडिया पर भी वायरल की है। भाकियू कार्यकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने कृषि उपनिदेशक को करीब एक घंटे तक बंधक बनाए रखा। उनको अपने साथ ले जाकर खेत में बैठाया। जहां पर उनकी सरकारी गाड़ी खड़ी थी, उसके आगे पीछे मोटरसाइकिल और अन्य वाहन लगा दिए ताकि वह किसी तरह से निकल न पाएं। जब एसडीएम पहुंचे उसके बाद उन्हें मुक्त किया गया। हालांकि, अफसर इस बात से इनकार करते रहे।
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पराली जलाने के सेटेलाइट फोटो मिले थे। उसके आधार पर कृषि उपनिदेशक अपनी टीम के साथ वहां गए थे। बंधक बनाने वाली कोई बात नहीं है।
-सुहास एलवाई, डीएम, गौतमबुद्ध नगर