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रेकी कर 100 से अधिक दोपहिया वाहन चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

सरगना समेत तीन बदमाश गिरफ्तार, 10 दोपहिया वाहन बरामद नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। सेक्टर-58 थाने

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाFri, 29 Aug 2025 06:44 PM
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रेकी कर 100 से अधिक दोपहिया वाहन चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

सरगना समेत तीन बदमाश गिरफ्तार, 10 दोपहिया वाहन बरामद नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। सेक्टर-58 थाने की पुलिस ने ग्राहकों की मांग पर दिल्ली-एनसीआर से 100 से अधिक बाइक चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर सरगना समेत तीन बदमाशों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक कबाड़ी भी शामिल हैं। दो अन्य आरोपी सगे भाई हैं। पुलिस ने बदमाशों की निशानदेही पर चोरी के 10 दोपहिया वाहन बरामद किए। इनमें से कई वाहन नोएडा के अलग-अलग क्षेत्र से चोरी किए गए थे। सभी बदमाशों का आपराधिक इतिहास है। डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि बीते दिनों सेक्टर-62 से मोटरसाइकिल चोरी हुई थी।

क्षेत्र से अन्य दोपहिया वाहनों की चोरी के भी मामले सामने आए थे। वाहन चोरों पर शिकंजा कसने के लिए एसीपी स्वतंत्र सिंह की अगुवाई में एक टीम गठित की गई। पुलिस की टीम शुक्रवार को जब एनआईबी चौकी क्षेत्र में जब संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की चेकिंग कर रही थी, तभी सेक्टर-62 की तरफ से एक बाइक पर सवार होकर दो व्यक्ति आए। संदिग्ध लगने पर पुलिस टीम ने दोनों को रोक लिया और पूछताछ करनी शुरु कर दी। पूछताछ के दौरान पता चला कि दोनों वाहन चोर हैं और सगे भाई हैं। आरोपियों की पहचान अलीगढ़ के जवां निवासी अफजल मलिक और अफरीद मलिक उर्फ भूरा के रूप में हुई। दोनों बीते कई सालों से चोरी की वारदात दिल्ली-एनसीआर में कर रहे थे। दोनों ने पूछताछ के दौरान उस कबाड़ी का भी नाम बताया, जो चोरी के वाहनों के पुर्जा अलग कर बाजार में बेचता था। पुलिस ने इसके बाद कबाड़ी आस मोहम्मद को भी दबोच लिया। वह भी वहीं का रहने वाला है, जहां के दो अन्य आरोपी हैं। तीनों के खिलाफ दिल्ली और नोएडा के अलग-अलग थानों में पांच केस दर्ज होने की जानकारी मिली है। अन्य थानों से भी बदमाशों का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने अब तक 100 से अधिक वाहनों की चोरी की है। गिरोह में कुछ अन्य सदस्यों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है। उनके बारे में पुलिस ने जानकारी जुटा रही है। सेक्टरों और बाजारों के पास घटना को अंजाम देते थे एडिशनल डीसीपी सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि अफजल सेक्टर, सोसाइटियों और बाजारों के पास रेकी करने के लिए जाता है। इन स्थानों पर जैसे ही कोई बाइक नजर आती है वह तुरंत इसकी सूचना अपने भाई अफरीद को देता है। इसके बाद दोनों वहां पहुंचते हैं और महज 90 सेकेंड में वाहन चोरी की वारदात कर डालते। चोरी के वाहन को तुरंत कबाड़ी आस मोहम्मद के पास भेज दिया जाता है। वह एक घंटे के भीतर चोरी की बाइक के पुर्जा अलग कर देता है। वाहन अगर नया है और अच्छी स्थिति में है तो आस मोहम्मद उसे अच्छे दाम में बेच देता है। इससे जो भी रुपये मिलते, तीनों आपस में बांट लेते। पश्चिमी यूपी बेचे चुराए गए वाहन आरोपियों ने बताया कि वे चोरी के वाहन को पश्चिमी यूपी के जिले के विभिन्न गांवों में रहने वाले लोगों को बेच देते हैं। बुलेट 30 हजार, जबकि अन्य बाइक 15 से 20 हजार रुपये में बेचते। स्कूटी को 12 हजार रुपये में बेचते। पुलिस यह भी जानकारी जुटा रही है कि आरोपी चार पहिया वाहनों की भी चोरी करते हैं या नहीं। कई बार गिरोह के सदस्य मजबूरी बताकर राहगीरों को भी चोरी के वाहन बेच देते। अफजल 25 साल का जबकि अफरीद मलिक 19 साल का है। व,हीं कबाड़ी आस मोहम्मद की उम्र 45 साल है। आस मोहम्मद का संबंध अन्य वाहन चोर गिरोह से भी बताया जा रहा है। वह बीते कई सालों से चोरी के वाहनों को खरीद और बेच रहा है। आरोपी भाई नौवीं और दसवीं पास एसीपी स्वतंत्र सिंह ने बताया कि आस मोहम्मद अनपढ़ है। अफजल ने दसवीं और अफरीद ने नौंवी तक की पढ़ाई की हुई है। अफजल ने पहले वाहनों की चोरी करनी शुरू की। वही गिरोह का सरगना है। उसने बाद में गिरोह में अपने भाई अफरीद समेत अन्य लोगों को जोड़ा। पूछताछ में यह भी पता चला है कि आरोपी भाई कुछ अन्य सदस्यों को भी गिरोह से जोड़ने वाले थे। आरोपियों ने चोरी के वाहनों को किसको-किसको बेचा, पुलिस ने इसकी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। नोएडा और दिल्ली के अलावा गिरोह के सदस्यों ने गाजियाबाद में भी कई वारदात की है।

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