पहले गैंगरेप का केस किया, फिर शिकायत वापस ली
सेक्टर-36 में रहने वाली युवती ने कार सवार दो युवकों पर अपहरण और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज करवाया। आरोप था कि शुक्रवार की शाम गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के बाहर से युवकों ने उसका अपहरण किया। चलती कार में...
सेक्टर-36 में रहने वाली युवती ने कार सवार दो युवकों पर अपहरण और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज करवाया। आरोप था कि शुक्रवार की शाम गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के बाहर से युवकों ने उसका अपहरण किया। चलती कार में उसके साथ गैंगरेप किया। रात करीब दो बजे दिल्ली में अक्षरधाम के पास फेंककर फरार हो गए। दिल्ली पुलिस रात 3 बजे लड़की को लेकर नोएडा सेक्टर-39 थाने पहुंची। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की लेकिन शनिवार की शाम युवती ने अपनी शिकायत वापस ले ली।एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया देवरिया की मूल निवासी लड़की सेक्टर-36 में रहती है और एक कॉल सेंटर में काम करती है। वह शुक्रवार की शाम करीब सात बजे ऑफिस जाने के लिए गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के पास कैब का इंजतार कर रही थी तभी एक सफेद रंग की स्कोर्पियो कार आकर उसके पास रुकी। कार में सवार दो लड़के उससे सेक्टर-18 का पता पूछने लगे। युवकों ने अचानक लड़की को गाड़ी के अंदर खींच लिया। युवक उसे यमुना एक्सप्रेस वे पर लेकर पहुंचे। युवती का आरोप है कि दोनों ने उससे रेप किया। उसके बाद घंटों नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के बॉर्डर वाले इलाकों में घुमाते रहे। युवती ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की। रात करीब 2:00 बजे अक्षरधाम मंदिर के पास सुनसान इलाके में फेंक कर फरार हो गए।लड़की ने पुलिस को कॉल की। मंडावली थाने से पुलिस लड़की के पास पहुंची। उससे जानकारी लेने के बाद दिल्ली पुलिस ने बताया कि मामला नोएडा में दर्ज होगा। दिल्ली पुलिस लड़की को नोएडा के सेक्टर 39 थाने लेकर आई। लड़की के दोस्त की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 (डी) और 506 में एफआईआर दर्ज की थी।161 के बयान दर्ज, वीडियो बनाया गयायुवती ने केस वापस लेने के लिए लिखित में दिया। जिसके बाद पुलिस ने सीआरपीसी 161 के तहत उसका बयान दर्ज किया है। इस बयान की एसपी सिटी ने अपनी मौजूदगी में वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई है। दरअसल, पुलिस उसके बार-बार बयान बदलने से परेशान है।पुलिस कोर्ट में करवाएगी बयानएसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हर बिंदु से हम जांच कर रहे हैं। लड़की से पूछा गया है कि उस पर कोई दबाव तो नहीं है। उससे फिर बात की जाएगी। अगर पर आगे कार्रवाई नहीं चाहेगी तो एफआईआर को रद्द किया जाएगा। लेकिन उससे पहले उसका सीआरपीसी 164 के तहत अदालत में बयान दर्ज करवाया जाएगा।खड़े हुए कई सवाल1. बदनामी से तो नहीं डर गई युवती : सुबह से ही तमाम न्यूज चैनलों और मीडिया में खबर छा गई। युवती जिला अस्पताल पहुंची तो न्यूज चैनलों की ओवी वैन लगी थीं।2. नाम दर्ज शिकायत नहीं की : युवक पहले से युवकों को नहीं जानती थी क्योंकि लड़की ने एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया है। उसका घर गोल्फ कोर्स स्टेशन के पास ही है।3. लड़की ने मेडिकल से इंकार किया: नोएडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद युवती को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा। मेडिकल करवाने से मना कर दिया।4. पुलिस को मोबाइल नहीं दिया: मामले में जांच शुरू करने के लिए जांच अधिकारी ने युवती से मोबाइल फोन मांगा गया। लेकिन युवती ने मोबाइल देने से इंकार कर दिया।5. किसी दबाव में तो नहीं युवती: युवती ने महज 12 घंटों में अपना मुकदमा वापस ले लिया। युवती किसी दबाव में तो ऐसा नहीं कर रही है। युवती का परिवार भी यहां नहीं रहता है।