नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता
नए साल के पहले दिन ही शुक्रवार घने कोहरे के कारण शुक्रवार सुबह नोएडा में वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, फिल्म सिटी मार्ग सहित कई जगह वाहन धीमी गति से चले। इससे जाम लग गया। चिल्ला बॉर्डर पर किसानों के धरने के कारण नोएडा से दिल्ली की ओर जाने का रास्ता पहले से ही बंद है। इस वजह से दिल्ली की ओर जाने के लिए डीएनडी और कालिंदी कुंज पर कतार लगी रही। सुबह करीब 11 बजे के बाद कोहरा छंटना शुरू हुआ।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार सुबह से ही घना कोहरा था। इस दौरान काफी कम दूरी का नजर आ रहा था। दृश्यता कम होने के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे और फिल्म सिटी मार्ग पर वाहन चालकों को दिक्कत हुई। सुबह के समय व्यस्त समय में वाहन काफी धीमी गति से चल रहे थे। ऐसे में सुबह के समय सेक्टर-128 एमिटी विश्वविद्यालय के सामने से ही वाहनों की कतार लग गई। डीएनडी लूप तक वाहनों की लाइन लगी रही। कालिंदी कुंज की ओर जाने वाले वाहन भी काफी धीमी गति से चलते रहे। सेक्टर-49 निवासी रमेश पालीवाल का कहना है कि काफी कोहरा होने के कारण उनको महामाया फ्लाईओवर से डीएनडी लूप तक पहुंचने में करीब 35 मिनट का समय लग गया। वाहन धीरे चल रहे थे।
यातायात पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान करीब एक महीने से चिल्ला बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। ऐसे में नोएडा से दिल्ली की ओर जाने का रास्ता बंद है। इस वजह से वाहनों का सारा दबाव डीएनडी व कालिंदी कुंज रास्ते पर है।
दृश्यता काफी कम रही
कोहरे के चलते नोएडा-ग्रेटर नोएडा के ज्यादातर इलाकों में दृष्टयता लगभग जीरो रही। घर से निकले लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही तेज हवाओं ने भी लोगों को परेशान किया। दिन भर करीब 14 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चल रही थी, जो लोगों को अधिक ठंड का एहसास करा रही थीं।
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इस सप्ताह बारिश के भी आसार
नए साल के पहले सप्ताह में बारिश की भी संभावनाएं बनी हुई हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शुक्रवार शाम से लेकर बुधवार तक इस इलाके में बूंदाबांदी हो सकती है। तेज हवाएं भी चलेंगी, जो ठंड को और बढ़ायेंगी। ऐसे में यहां पर आने वाले सप्ताह में ठंड के और अधिक बढ़ने की संभावना है।
सांस के रोगियों की परेशानी बढ़ी
डॉक्टरों के अनुसार ठंड बढ़ने के साथ ही लोगों की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं। इससे सबसे अधिक परेशानी अस्थमा, सांस के रोगियों, दिल के मरीजों तथा बुजुर्ग लोगों को हो सकती है। इस मौसम में विशेष एहतियात बरतने की सलाह चिकित्सकों द्वारा दी जा रही है।