पुलिस और सीबीआई अधिकारी बन 13 लाख रुपये ठगे
विदेश भेजे गए पार्सल में संदिग्ध सामान होने की बात कहकर जाल में फंसाया ...

नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। कंबोडिया भेजे गए कुरियर में संदिग्ध सामान होने की बात कहकर जालसाजों ने एक व्यक्ति से 13 लाख 28 हजार रुपये ठग लिए। जालसाजों ने पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर पीड़ित को जेल भेजने के नाम पर डराया था। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है।
शिकायत में सेक्टर-78 स्थित महागुन मॉर्डन सोसाइटी निवासी दीपक पाठक ने बताया कि बीते दिनों दोपहर 11 बजे एक टोलफ्री नंबर से मोबाइल पर कॉल आई। अरविंद नाम के शख्स ने बताया कि दीपक के नाम से एक पार्सल कंबोडिया निवासी जॉन को भेजा रहा है। इसमें 16 पासपोर्ट, 48 क्रेडिट कार्ड और कई अन्य संदिग्ध चीजें हैं। उसने कहा कि यह पार्सल लखनऊ कस्टम विभाग में जमा है। दीपक ने बताया कि उन्होंने कोई पार्सल नहीं भेजा है। अरविंद ने कॉल को कथित रूप से लखनऊ पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद अलीगंज थाने से दिनेश कुमार नाम के कथित पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता को मोबाइल पर स्काइप अप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा। अप्लीकेशन आईडी लेने के बाद उसने वॉयरलेस के माध्यम से कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया। इसमें वॉयरलेस पर दीपक को तुरंत गिरफ्तार करने की बात कही गई। इसके बाद कथित पुलिसकर्मी ने दीपक को जेल भेजने का डर दिखाया। काफी अनुरोध करने पर उसने दीपक की बात कथित आला अधिकारी कुलदीप से कराई।
25 हजार से हुई शुरूआत
कुलदीप ने पूरे मामले की समीक्षा करने को कहा। इसके बाद रात में कुलदीप ने स्काइप पर दोबारा कॉल की और शिकायतकर्ता से 25 हजार रुपये की मांग की। यह रकम खाते में अनियमितता की जांच के एवज में मांगी गई। दीपक ने डर के कारण रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद जांच के नाम पर बैंक संबंधी सारे दस्तावेज लिए गए। इसके बाद कुलदीप की बात कथित सीबीआई अधिकारी से कराई गई। उसने बताया कि दीपक का नाम तीन करोड़ 80 लाख रुपये के एक घोटाले में आया है, जिसके तार काठमांडू से जुड़े हैं। उसने जमानत कराने के लिए तीन लाख 55 हजार रुपये और मांगे। दीपक ने यह रकम भी ट्रांसफर कर दी।
कोर्ट का डर दिखाकर दोबारा रकम वसूली
इसके बाद कथित सीबीआई अधिकारी ने कोर्ट की कार्रवाई से बचने के लिए घोटाले की एक प्रतिशत रकम और देने के लिए कहा। इस पर दीपक ने तीन लाख 80 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद भी जालसाज नहीं माने और दो लाख 18 हजार, एक लाख, दो लाख और 50 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। आरोपियों की मांग बंद नहीं हुई तो दीपक को ठगी की आशंका हुई और उसने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद जालसाजों ने अपने नंबर बंद कर दिए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। ठगी में नाइजीरियन गिरोह के शामिल होने की आशंका है।
