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2000 की रेमडेसिविर 40 हजार में बेचते दबोचे

फ्लैग : एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने एमआर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सहित तीन आरोपी इंजेक्शन...

2000  की रेमडेसिविर 40 हजार में बेचते दबोचे
हिन्दुस्तान टीम,नोएडाThu, 06 May 2021 07:30 PM
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नोएडा। वरिष्ठ संवाददाता

पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले एमआर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सहित तीन आरोपियों को गुरुवार शाम को एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित अन्य सामान बरामद किया है। आरोपी दो हजार का रेमडेसिविर इंजेक्शन 40 हजार रुपये में बेच रहे थे।

पुलिस ने जिले में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित कोरोना वायरस से जुड़ी जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चला रखा है। इसके तहत डीसीपी क्राइम के नेतृत्व में गठित स्पेशल टास्क फोर्स अलग-अलग जगह छापेमारी कर रही हैं। साथ ही थाना पुलिस भी संदिग्धों पर कार्रवाई कर रही है।

इसी कड़ी में पुलिस को सूचना मिली थी की तीन आरोपी इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने एनएसईजेड बाउंड्री गेट के सामने से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के नंदग्राम परवेज, नोएडा के गांव सैनी निवासी नईम और कनारसा गांव निवासी निसार के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों से पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित तीन मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों में शामिल परवेज एमआर के तौर पर काम करता है, जबकि आरोपी नईम पूर्व में अस्पताल का कर्मचारी रह चुका है।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह नोएडा में अलग-अलग जगह 30 से 40 हजार रुपये में एक इंजेक्शन बेच रहे थे। इस तरह आरोपी अभी तक करीब 30 लोगों से रुपये ऐंठ चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, महामारी अधिनियम व आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।

सोशल मीडिया के जरिए फंसाते थे ग्राहक

तीनों आरोपियों ने सोशल मीडिया पर कई अलग-अलग अकाउंट बना रखे हैं। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए जरूरतमंदों से संपर्क करते थे फिर उन्हें झांसा देते थे कि उनके पास भारी मात्रा में इंजेक्शन उपलब्ध है। इसके बाद आरोपी जरूरतमंदों से मनमानी कीमत वसूलते थे। पुलिस आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटा रही है, ताकि सभी को गिरफ्तार किया जा सके।

कई महीने पहले इकट्ठा कर लिए थे इंजेक्शन

पूछताछ के दौरान सामने आया है कि आरोपियों ने कई महीने पहले ही इंजेक्शन इकट्ठा कर लिए थे। इन्होंने जिले में अलग-अलग मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन खरीदे थे। जैसे ही इनकी मांग बढ़ी तो आरोपियों ने कालाबाजारी शुरू कर दी। एमआर के तौर पर काम करने वाले आरोपी परवेज ने अधिकतर इंजेक्शनों की जमाखोरी की। वह मेडिकल स्टोर पर सप्लाई करने की बजाए अपने पास ही इंजेक्शन रख लेता था।

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