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दिल्ली : अस्पताल के बाहर महिला ने दिया बच्चे को जन्म

पूर्वी दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में महिला ने बच्चे को बाहर जन्म दे दिया, इस शर्मनाक घटना के बाद कुछ लोगों ने महिला को संभाला तो कुछ लोगों ने बच्चे पर कपड़ा डाला। महिला के परिजनों का आरोप...

दिल्ली : अस्पताल के बाहर महिला ने दिया बच्चे को जन्म
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 06 Apr 2018 06:32 AM
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पूर्वी दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में महिला ने बच्चे को बाहर जन्म दे दिया, इस शर्मनाक घटना के बाद कुछ लोगों ने महिला को संभाला तो कुछ लोगों ने बच्चे पर कपड़ा डाला। महिला के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया था। घटना गुरुवार की है। महिला ने शिशु को जन्म अस्पताल के गेट पर दिया था। हालांकि बाद में दोनों को अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां जच्चा बच्चा की हालत ठीक है।

जानकारी के अनुसार, 22 साल की महिला उमा अपने पति चंद्रभान के साथ लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंची थी। वह नोएडा के सेक्टर-6 में रहती है। मूलत: वह झांसी के पास ललितपुर की रहने वाली है। उसके तीन बच्चे पहले से ही है। महिला के पति चंद्रभान का कहना है कि वह गुरुवार को अस्पताल का पर्चा बानने के बाद महिला एवं प्रसूति की ओपीडी में पहुंचा था। इस पर अस्पतालों के डॉक्टर ने उससे पुराना मेडिकल रिकॉर्ड मांगा, हालांकि चंद्रभान ने कहा कि उनके पास कोई भी पुराना रिकॉर्ड नहीं है।

इस पर महिला को वहां के डॉक्टर ने गर्भवती होने के बाद भी भगा दिया। इसके बाद महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बाद में पुलिस को मामले की जानकारी दी गई, हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उन्हें फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले के बारे में अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमिता सक्सेना ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि महिला डॉक्टर के पास नहीं पहुंची थी। फिर भी इसकी तह तक जाने के लिए एक जांच कमेटी बनाई है।

उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्होंने सुना था कि मरीज को भगा दिया गया है, हालांकि ऐसा नहीं हुआ था। जैसे ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया, उसेार्सरी में भर्ती किया गया था, इसके बाद महिला के पति को बुलाया गया। दरअसल, महिला अपने आप ही पर्ची बनने वाली लाइन में लग गई थी। उसे लगा कि कुछ लोग ओपीडी में पर्ची के साथ जा रहे हैं। अस्पताल की ओर ऐसा कोई निर्देश नहीं था। महिला जैसी ही पर्ची बनाने पहुंची। यहां डिलीवरी हो गई, हालांकि सीएमओ पहुंच गये। इस बारे में दो लोग थे जो लोगों को हंगामा करा रहे थे। बाद में महिला ने खुद मना किया कि उसे किसी भी डॉक्टर ने नहीं भगाया था।

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