नए कानूनों से गेहूं उत्पादक किसानों को होगा सबसे बड़ा नुकसान : कमलनाथ
दावा, किसानों को सरकार का घोषित एमएसपी भी नसीब नहीं होगा, ठेका खेती से किसान उद्योगपतियों के बंधुआ मजदूर बन...
दावा
किसानों को सरकार का घोषित एमएसपी भी नसीब नहीं होगा
ठेका खेती से किसान उद्योगपतियों के बंधुआ मजदूर बन जाएंगे
इंदौर। नए कृषि कानूनों को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने रविवार को दावा किया कि इन प्रावधानों से सबसे बड़ा नुकसान गेहूं उत्पादक किसानों को होगा। कमलनाथ ने यहां कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा, मध्य प्रदेश आज गेहूं उत्पादन में देश भर में शीर्ष पायदान पर है और पंजाब को पहले ही पछाड़ चुका है। इसलिए कृषि कानूनों से सबसे ज्यादा नुकसान मध्य प्रदेश के गेहूं उत्पादक किसानों को होने वाला है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि नए कानूनों से औने-पौने दामों पर गेहूं की निजी खरीद को बढ़ावा मिलेगा, जिससे किसानों को सरकार का घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नसीब नहीं हो सकेगा।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया कि इन कानूनों के अमल में आने के बाद ठेका खेती करने वाले किसान बड़े उद्योगपतियों के बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएंगे।
उन्होंने केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर फिर आरोप लगाया कि वह हमेशा बुनियादी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की सियासत करती है। उन्होंने कहा, अगर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए जाने हैं, तो इससे ठीक पहले राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने का अभियान शुरू कर दिया जाता है, ताकि जनता का ध्यान भटकाया जा सके। (भाषा)