बांग्लादेश पैकेज::: सरकार गिरने के बाद से 232 लोगों की मौत
बांग्लादेश में सरकार परिवर्तन के बाद हिंसा, मौत की तादाद बढ़ी। शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद हुई हिंसक घटनाओं में देशभर में कम से कम 232 लोगों की मौत हुई है और आंकड़ा 560 हो गया है।
शब्द : 268 - सबसे अधिक मंगलवार की हिंसा में लोगों की जान गई
- आरक्षण विरोधी प्रदर्शन के बाद से कुल 560 लोग मारे गए
ढाका, एजेंसी।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद हुई हिंसक घटनाओं में देशभर में कम से कम 232 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ जुलाई के मध्य में शुरू हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शन के बाद से मरने वालों का आंकड़ा 560 हो गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हसीना के सत्ता से हटने के बाद बुधवार शाम तक कुल 232 लोगों की मौत हो चुकी थी। इससे पहले, 16 जुलाई से चार अगस्त तक सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था को लेकर हुए आंदोलन के दौरान हुई झड़पों में लगभग 328 लोग मारे गए। कुल मिलाकर, पिछले 23 दिनों में तकरीबन 560 लोगों ने जान गंवाई। 232 में से ज्यादातर लोगों की मौत मंगलवार को हुई। कुछ लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
जेल से 209 कैदी फरार :
इस बीच, गाजीपुर में मंगलवार को काशीमपुर की उच्च सुरक्षा वाली जेल से करीब 209 कैदी भाग गए। जेल के सुरक्षाकर्मियों ने कैदियों को भागने से रोकने के लिए गोलियां चलाईं। जेल सूत्रों ने बताया कि इस घटना में तीन उग्रवादियों समेत छह लोगों की मौत हो गई।
देश छोड़कर भाग रहे दो नेता हिरासत में :
इस बीच, हसीना की अवामी लीग के दो नेताओं को देश से भागने की कोशिश करते समय बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों ने हिरासत में ले लिया। इनकी पहचान राजशाही नगर निगम वार्ड पार्षद और राजशाही मेट्रोपोलिटन अवामी लीग के महासचिव रजब अली और उसके सहयोगी जाकिर हुसैन के तौर पर हुई है।
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