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अपडेट ::: बिहार में नक्सली गतिविधियां कम हुईं, पर सचेत रहने की जरूरत : नीतीश

संदेश : पूर्व में जारी ‘अपडेट :: ब्यूरो::: सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास...

अपडेट :::  बिहार में नक्सली गतिविधियां कम हुईं, पर सचेत रहने की जरूरत : नीतीश
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 26 Sep 2021 09:30 PM
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संदेश : पूर्व में जारी ‘अपडेट :: ब्यूरो::: सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए कटिबद्ध : शाह के साथ प्रयोग करें, पूर्व में जाीर पटनायक की खबर भी इसी में है।

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बिहार में नक्सली गतिविधियां कम हुईं, पर सचेत रहने की जरूरत : नीतीश

नई दिल्ली, एजेंसी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बात पर चर्चा हुई कि नक्सल गतिविधि कैसे खत्म हो। कई राज्य इससे प्रभावित हैं। लिहाजा उन मुद्दों पर चर्चा हुई। बिहार में नक्सल गतिविधियां कम हुई हैं पर हमें सचेत रहने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि हम लोग शुरू से इस बात की मांग करते रहते हैं कि न्याय के साथ विकास हो। इसी के कारण बिहार में नक्सल गतिविधियां कम हुई हैं। उनके साथ अब लोग नहीं हैं। विकास के जरिए लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा तभी तो लोग हम लोगों के साथ रहेंगे। 2006 से ही हम लोग इसके लिए काम कर रहे हैं। केंद्र की तरफ से भी कई काम किए जा रहे हैं। इसीलिए पहले की तुलना में नक्सल गतिविधियां कम हुई हैं लेकिन इसको लेकर निश्चिंत नहीं बल्कि सचेत होने वाली स्थिति है।

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नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों की सफलता का अध्ययन हो : पटनायक

भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को केंद्र से इस बात का अध्ययन करने का अनुरोध किया कि देश में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के कितने बच्चे राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में सफल होते हैं। पटनायक ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह प्रस्ताव रखा। पटनायक ने कहा, गृह मंत्रालय को इस बात का अध्ययन करना चाहिए कि देशभर में इन वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के कितने बच्चे नीट, आईआईटी और जेईई जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा, यदि हमारी प्रणालियां इन क्षेत्रों को नजरअंदाज करती रहेंगी, तो इससे वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की मदद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद अब राज्य के सिर्फ तीन जिलों में ही सिमट कर रहा गया है। कोविड-19 से निपटने के प्रयासों के दौरान भी ओडिशा ने नक्सल गतिविधियों को रोकने की कोशिशें जारी रखीं। मुख्यमंत्री ने कई अन्य प्रस्तावों को भी रखा, जिसमें जयपुर से मोटू तक मलकानगिरी के जरिए गुजरने वाले एनएच -326 का विस्तार कर उसे चार लेन का बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है। उन्होंने कहा, इससे पूर्वी भारत, छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों से दक्षिण भारत विशेष रूप से बेंगलुरु और हैदराबाद तक यातायात के लिए एक समानांतर सड़क मिलेगी। यह गलियारा यात्रा के समय को कम करने के अलावा इस क्षेत्र को बड़ा आर्थिक प्रोत्साहन भी प्रदान करेगा।

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केंद्र नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क-संचार व्यवस्था सुधारे : आंध्र प्रदेश

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में विकास की वजह से नक्सल की समस्या कम होने का दावा करते हुए राज्य की गृहमंत्री मेकाथोती सुचरिता ने रविवार को केंद्र से नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क संपर्क सुधारने, संचार नेटवर्क बढ़ाने एवं अधिक संख्या में एकलव्य स्कूल और डाकघर खोलने की मांग की। सुचरिता ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सुचरिता ने कहा, राज्य में माओवादी गतिविधियों से प्रभावित जिलों की संख्या पांच से घटकर दो रह गई है। अब माओवादी दो जिलों विशाखापत्तनम और पूर्वी गोदावरी में सीमित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कई माओवादी, संगठन छोड़ रहे हैं। उनकी संख्या पूर्व के 150 से घटकर 50 रह गई है। सुचरिता ने कहा कि राज्य द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का नतीजा है कि नक्सली गतिविधियां कम हो रही हैं।

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