ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News NCR नई दिल्लीअपडेट::::ब्यूरो:::::आतंक और कट्टरपंथ की चुनौती से सुरक्षा बलों को आगाह किया

अपडेट::::ब्यूरो:::::आतंक और कट्टरपंथ की चुनौती से सुरक्षा बलों को आगाह किया

- गृह मंत्री ने की डीजीपी और सुरक्षाबलों के साथ बैठक की - देश

अपडेट::::ब्यूरो:::::आतंक और कट्टरपंथ की चुनौती से सुरक्षा बलों को आगाह किया
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 18 Oct 2021 11:20 PM
ऐप पर पढ़ें

- गृह मंत्री ने की डीजीपी और सुरक्षाबलों के साथ बैठक की

- देश की सुरक्षा पहलू से जुड़े कई अहम मसलों पर चर्चा हुई

नई दिल्ली। विशेष संवाददाता

घाटी में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर केंद्र सरकार की करीब से नजर है। आतंकी जिस तरह से आम नागरिकों को लक्षित हमलों (टारगेट किलिंग) के जरिए निशाना बना रहे हैं उससे सरकार की चिंता बढ़ गई है। खुद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

सूत्रों का कहना है कि कश्मीर के विभिन्न इलाकों में चल रहे ऑपरेशनों, ओवर ग्राउंड वर्कर्स की तलाश, रेल पुल, पावर स्टेशन एवं जल विद्युत संयंत्रों की चौकसी को लेकर नई रणनीति बनाई जाएगी। उधर सोमवार को गृह मंत्री ने राज्यों के डीजीपी व अर्धसैन्य बलो के प्रमुखों के साथ देश मे आतंक, कट्टरपंथ और अलगाववाद की चुनौती की समीक्षा की। इस बैठक में देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विषयों के साथ कश्मीर पर भी चर्चा हुई।

घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को उतारने की तैयारी

सूत्रों ने कहा कि संभव है कि जरूरत का आकलन करके घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा बल उतारे जाएं। सेना प्रमुख और सीआरपीएफ डीजी का कश्मीर दौरा ताजा चुनौती से निपटने के लिए स्थिति का आकलन करने और ऑपरेशन तेज करने के मद्देनजर हुआ है।

बैठक में आंतरिक सुरक्षा पर मंथन

सूत्रों ने कहा, गृह मंत्री अमित शाह की सोमवार को देश भर के पुलिस महानिदेशकों और सुरक्षाबलो के प्रमुखों के साथ बैठक कश्मीर की ताजा आतंकी चुनौतियों के मद्देनजर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों ने कहा कि बैठक में कश्मीर सहित देश की सुरक्षा पहलू से जुड़े कई अहम चुनौतियों पर चर्चा हुई है। बैठक में प्रदेशो के डीजीपी के अलावा सुरक्षाबलों के प्रमुख और खुफिया विंग से जुड़े अधिकारी भी शामिल हुए।

देश भर में खतरे की समीक्षा

सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद के साथ कट्टरपंथ का बड़ा खतरा देश भर में है। पिछले दिनों कई आतंकी मॉड्यूल के पर्दाफाश से आतंकियो की देशव्यापी हमलों की रणनीति के चलते सुरक्षाबलों व खुफिया एजेंसियों को ज्यादा समन्वित तरीके से ऑपरेशन चलाने को कहा गया है।

प्रतिक्रिया से बचाव की रणनीति

सूत्रों ने कहा कि कश्मीर में टारगेट किलिंग के चलते अन्य राज्यों में प्रतिक्रिया को लेकर भी एजेंसियों को आगाह किया गया है। जिससे किसी तरह की कानून व्यवस्था की चुनौती पैदा न हो। बैठक में आतंकवाद,कट्टरपंथ के अलावा सोशल मीडिया की निगरानी पर भी जोर दिया गया।

गृह मंत्रालय की लगातार पैनी नजर

सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय पूरी स्थिति को काफी करीब से निगरानी कर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आगामी 23 अक्तूबर से जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं, जहां पर वह सेना और सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

यात्रा में खलल की कोशिश

सूत्रों ने कहा, आतंकी हमले के पीछे की एक वजह अमित शाह की यात्रा में व्यवधान पैदा करना भी माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे में मनोज सिन्हा, डीजीपी, आईबी, सेना के वरिष्ठ अधिकारी और सीएपीएफ के अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा मामलों की समीक्षा करेंगे।

सुरक्षाबलों की नजर

गृह मंत्री के दौरे के पहले सीआरपीएफ के डीजी दो बार कश्मीर का दौरा कर चुके हैं। सोमवार को भी उन्होंने घाटी में चल रहे ऑपरेशन का जायजा लिया। सीआरपीएफ डीजी कुलदीप सिंह के पास एनआईए का भी जिम्मा है। एनआईए भी कश्मीर में ऑपरेशन चला रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें