दिल्ली में खुद को आग लगाने वाले जितेंद्र की मौत
25 दिसंबर को छपरौली के जितेंद्र ने दिल्ली के रेल भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। गंभीर रूप से जलने के बाद, उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई।...

- 25 दिसंबर को रेल भवन के सामने आग लगाकर संसद की ओर लगा थी दौड़ - राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार के दौरान मौत, गांव में अंतिम संस्कार
बागपत/छपरौली, संवाददाता। दिल्ली में रेल भवन के सामने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले छपरौली के जितेंद्र की दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में शुक्रवार सुबह मौत हो गई। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच यमुना नदी के तट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।
छपरौली की पट्टी धंधान के रहने वाले 26 वर्षीय जितेंद्र ने 25 दिसंबर की अपराह्न 3:30 बजे दिल्ली में रेल भवन के सामने खुद के ऊपर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगाकर संसद की ओर दौड़ लगा दी थी। पुलिस ने उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था।
पुलिस को युवक की जेब से कुछ कागजात और दो पेज का अधजला सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। सुसाइड नोट में उसने छपरौली पुलिस और एससी/एसटी आयोग पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पीड़ित के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज कराए थे। बताया जाता है कि ब्यान दर्ज कराने के बाद जितेंद्र की तबीयत अधिक बिगड़ गई।
शुक्रवार सुबह तीन बजे अंतिम सांस ली : शुक्रवार सुबह करीब तीन बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल की बर्न यूनिट में उपचार के दौरान जितेंद्र की मौत हो गई। दोपहर को पोस्मार्टम के बाद मृतक युवक का शव छपरौली पहुंचा। शव के घर पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुराहाल हो गया। वृद्ध मां ओमी देवी और भाई रविंद्र व शीलू फूट-फूटकर रोने लगे। परिजनों और रिश्तेदारों ने उन्हें ढांढ़स बंधाया। इसके बाद गमगीन माहौल में जितेंद्र के शव की अंतिम यात्रा शुरू हुई। यमुना नदी के तट पर मृतक युवक के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
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