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शिक्षकों और छात्रों का सत्याग्रह आज, जेएनयू में कक्षाएं रहेंगी बंद

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में सोमवार को कई मुद्दों को लेकर छात्र और शिक्षकसंघ के नेतृत्व में सभी केंद्रों पर हड़ताल होगी। शिक्षकों ने अपने विरोध को सत्याग्रह का नाम दिया है। छात्रसंघ ने भी...

शिक्षकों और छात्रों का सत्याग्रह आज, जेएनयू में कक्षाएं रहेंगी बंद
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 18 Mar 2018 11:34 PM
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नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता

जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष गीता कुमारी ने रविवार को कहा कि जेएनयू में नौ छात्राओं ने लाइफ साइंस के जिस प्रोफेसर के ऊपर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, जेएनयू प्रशासन उसे बचा रहा है। इसके अलावा, शिकायत करने वाली छात्राओं के ऊपर भी दवाब बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंतरिक शिकायत समिति द्वारा जांच कराने का वादा कर जेएनयू प्रशासन ने प्रोफेसर को बचाने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।

वहीं, छात्रों ने पुलिस पर कार्रवाई में देरी का भी आरोप लगाया। गीता कुमारी ने रविवार को फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कुछ छात्रावासों में वार्डन की ओर से चेकिंग अभियान चलाने की बात सामने आई है। यह चेकिंग छात्रों को डराने के लिए की जा रही है। आप इसका विरोध कीजिए।

वहीं, गीता कुमारी की इस फेसबुक पोस्ट को जेएनयू के छात्र कल्याण विभाग के डीन प्रो. उमेश कादम ने ट्वीट कर अफवाह फैलाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि हम ऐसी अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई करेंगे।

करियर तबाह करने की धमकी : जेएनयू की कुछ छात्राओं का आरोप है कि आरोपी प्रोफेसर इंटरनल क्वॉलिटी अश्योरेंस सेल और यूजीसी-एचआरडी सेंटर के डायरेक्टर हैं। साथ ही, वह चंद्रभागा छात्रावास के वॉर्डन हैं। छात्रसंघ अध्यक्ष गीता कुमारी ने आरोप लगाया है कि वह लड़कियों को प्रताड़ित करते हैं, अश्लील कॉमेंट करते हैं और उनके फिगर पर टिप्पणी करते हैं। विरोध करने पर उनका करियर तबाह करने की धमकी भी देते हैं।

हाल ही में एक लड़की ने उनकी लैब छोड़ने की बात कहते हुए प्रोफेसर को ई-मेल किया था कि ‘मैं आपकी लैब छोड़ रही हूं, क्योंकि आप चरित्रहीन हैं। गीता कुमारी ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज हुए कई दिन से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन उनके खिलाफ पुलिस ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है। वह जेएनयू परिसर में मिली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।

वही, जेएनयू प्रशासन ने भी आरोपी प्रोफेसर को उनके अकादमिक दायित्वों से भी मुक्त नहीं किया है। गीता ने दावा किया कि अब तक नौ छात्राएं उत्पीड़न की रिपोर्ट देने के लिए सामने आई हैं और कई पूर्व छात्राओं ने हमें फोन कर प्रोफेसर के मातहत काम करने के दौरान उनके साथ हुए यौन उत्पीड़न के वाकये बताए हैं।

छात्र सोमवार को वसंतकुंज थाने तक मार्च निकालेंगे :

जेएनयू छात्रसंघ ने सोमवार को यौन शोषण के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ वसंत कुंज थाने तक मार्च निकालने की बात कही है। इससे पहले भी छात्रों ने शुक्रवार देर रात को वसंतकुंज थाने का घेराव किया था। छात्रों का कहना है कि एफआईआर दर्ज होने पर भी उन्हें अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। सोमवार को जेएनयू छात्रसंघ के पदाधिकारी इस मुद्दे पर दिल्ली महिला आयोग जाकर भी अपनी बात कहेंगे।

अनिवार्य हाजिरी के कारण झूठे आरोप लगाए : प्रोफेसर

जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी ने दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निहित स्वार्थ वाले कुछ छात्रों का एक प्रायोजित कदम है। उन्होंने कहा कि अनिवार्य हाजिरी के पक्ष में उन्होंने खुलकर बातचीत की है, इसलिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।

वहीं, जेएनयू के रजिस्ट्रार डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि लाइफ साइंसेज डिपार्टमेंट की कुछ छात्राओं ने मौखिक रूप से प्रोफेसर के खिलाफ शिकायतें की हैं। उन्हें कहा गया है कि यूनिवर्सिटी के नियम के हिसाब से एक बॉडी से प्रशासन इसकी जांच करवाएगी। रजिस्ट्रार ने यह भी कहा कि जब अधिकारी लड़कियों से बात कर रहे थे तब कुछ छात्र उस कमरे के दरवाजे को जोर-जोर से खटखटाने लगे। शिकायत करने वाली लड़कियों की गुजारिश पर भी वे रुके नहीं।

प्रशासन बोला, प्रदर्शनकारियों ने एमफिल-पीएचडी का वाइवा रोका :

जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, विश्वविद्यालय में कुछ शिक्षकों के समर्थन से कुछ छात्र आकादमिक गतिविधियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों ने जेएनयू की प्रवेश परीक्षा पास करने वाले छात्रों के वाइवा को भी रोक दिया है। एमफिल-पीएचडी में दाखिले के लिए ‘कला एवं सौंदर्य के स्कूल में होने वाले वाइवा को भी रोक दिया गया। छात्रों ने 15 मार्च से इस स्कूल के गेट पर ताला लगा रखा है। इस वजह से कोई प्रोफेसर अकादमिक काम नहीं कर पा रहे हैं।

हालांकि, शिक्षक संघ का कहना है कि जेएनयू कुलपति ने अपनी मनमानी से इस स्कूल के चेयरपर्सन को हटा दिया। इससे छात्र और शिक्षक दोनों नाराज हैं। प्रशासन ने जेएनयू के अकादमिक संस्कृति को खत्म करने का मन बना लिया है। इसके विरोध में हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।

टि्वटर पर ट्रेंड में रहा ‘सस्पेंड जौहरी :

जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों ने रविवार को यौन शोषण के आरोपी प्रो. अतुल जौहरी के खिलाफ ट्विटर पर भी अभियान चलाया। हैशटैग #SuspendJohri रविवार शाम को भारत में दूसरे नंबर ट्रेंड करता रहा। जेएनयू के छात्रों को बाहर के कई लोगों ने भी इस हैशटैग में ट्वीट कर समर्थन दिया।

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