तालिबान लड़कियों को स्कूल जाने की मंजूरी नहीं देगा : मलाला
लंदन। एजेंसी नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने रविवार को कहा कि
लंदन। एजेंसी
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने रविवार को कहा कि वह इस बात से चिंतित हैं कि अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा पर तालिबान की रोक अस्थायी नहीं होगी। मलाला ने कहा कि उन्हें डर है कि तालिबान लड़कियों को स्कूल जाने की मंजूरी कभी नहीं देगा।
मलाला युसुफज़ई को 2012 में लड़कियों की शिक्षा के लिए प्रचार करने के लिए पाकिस्तानी तालिबान द्वारा गोली मार दी गई थी। रविवार को मलाला ने कहा कि मुझे डर है कि स्कूल पर रोक के लगाया गया यह प्रतिबंध, जो उन्होंने अभी घोषित किया है और वह इसे अस्थायी कह रहे हैं, वास्तव में अस्थायी नहीं हो सकता है। मलाला ने कहा 1996 में इसी तरह का प्रतिबंध पांच साल तक चला था।
गौरतलब है कि अगस्त में अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा होने के बाद सितंबर में कट्टरपंथी इस्लामी तालिबान ने लड़कों को कक्षा में वापस लाने का आदेश दिया था, लेकिन लड़कियों को माध्यमिक विद्यालय में वापस जाने से रोक दिया। हालांकि तालिबान ने दावा किया है कि इस्लामी कानून की अपनी व्याख्या के तहत सुरक्षा और सख्त अलगाव सुनिश्चित करने के बाद वे लड़कियों को वापस स्कूल जाने की अनुमति देगा।