ठेकेदार की मौत : मंत्री प्रियंक खरगे के करीबी समेत छह लोगों पर मुकदमा
सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल ने आत्महत्या की है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर भाजपा नेताओं की हत्या की साजिश का आरोप लगाया। उनके सुसाइड नोट के आधार पर कुछ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।...

सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल ने ट्रेन से कटकर दी थी जान, हो सकती है सीबीआई जांच सचिन ने कांग्रेस नेताओं पर लगाया था भाजपा नेताओं हत्या की साजिश रचने का आरोप
कलबुर्गी (कर्नाटक), एजेंसी। भाजपा विधायक बसवराज मत्तिमाडु और अन्य नेताओं की हत्या की साजिश रचने के मामले में कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे के करीबी सहयोगी राजू कपनूर और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला सचिन पांचाल नामक ठेकेदार द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट के आधार पर दर्ज किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
सचिन पांचाल ने सुसाइड नोट में दावा किया है कि कांग्रेस नेताओं ने मत्तिमाडु, अंडोला मठ के सिद्धलिंग स्वामी, भाजपा नेता मणिकांत राठौड़ और चंदू पाटिल की हत्या की साजिश रची थी। बीदर के रहने वाले सचिन पांचाल ने गुरुवार को एक ट्रेन के सामने कूदकर कथित तौर पर अपनी जान दे दी।
अपने सुसाइड नोट में सचिन ने राजू कपनूर और उनके सहयोगियों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। इस बीच, बीदर जिले के प्रभारी मंत्री ईश्वर खांडरे भालकी तालुक में पांचाल के घर पहुंचे। जैसे ही अधिकारी सचिन पांचाल के घर पहुंचे, परिवार के गुस्साए सदस्यों ने उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा और सचिन की मौत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
खांडरे ने उन्हें सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि मौत के मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने परिवार के सदस्यों से कहा, “सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि न्याय हो और दोषियों को सजा मिले। सरकार आपके साथ है।” बाद में, मंत्री ने पांचाल के परिवार के सदस्यों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा, “मैंने परिवार के सदस्यों से बात की, जिन्होंने मुझसे शिकायत की कि पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। मैंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की है। कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।” खांडरे ने कहा कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आत्महत्या मामले की जांच कर रही है। सरकार जांच को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को सौंपने पर भी विचार करेगी।
भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग की :
वहीं, भाजपा ने मांग की है कि मामले को सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने एक बयान में कहा, “बीदर के ठेकेदार पांचाल ने मंत्री प्रियंक खरगे के करीबी राजू द्वारा परेशान किए जाने के कारण आत्महत्या कर ली थी। पांचाल द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट से यह चौंकाने वाली और गंभीर जानकारी सामने आई है कि हमारे विधायक बसवराज मत्तीमाडु, भाजपा नेताओं चंदू पाटिल, मणिकांत राठौड़ और अंडोला स्वामी की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी।” पार्टी सूत्रों ने बताया कि विजयेंद्र और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी जल्द ही पांचाल के घर जाने का फैसला किया है।
भाजपा के आरोप बेबुनियाद : प्रियंक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक ने भाजपा पर उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने और सचिन की मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। प्रियंक ने कहा कि पांचाल के सुसाइड नोट में कहीं भी उनका नाम नहीं है। उन्होंने कहा कि पांचाल और कपनूर के बीच वित्तीय लेन-देन हुआ था, जिसकी जांच होनी चाहिए।
क्या खरगे पर लागू नहीं होता संविधान : भाजपा
बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक में विपक्षी दल भाजपा ने सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल की कथित आत्महत्या को लेकर रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधा। भाजपा ने पूछा कि क्या संविधान उनके परिवार पर लागू नहीं होता। नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने एक बयान में आरोप लगाया कि बीदर में रहने वाले सिविल ठेकेदार सचिन पांचाल की आत्महत्या के लिए खरगे के बेटे और राज्य के मंत्री प्रियंक खरगे जिम्मेदार हैं। क्या बी.आर. आंबेडकर का संविधान खरगे परिवार पर लागू नहीं होता। भाजपा नेता ने कहा कि हर किसी को उपदेश देने वाले प्रियंक खरगे को इस्तीफा देकर नैतिकता का परिचय देना चाहिए। अशोक ने दावा किया कि ठेकेदार पांचाल की मौत के मामले में प्रियंक खरगे के करीबी शामिल हैं।
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