Rural and Urban Consumption Expenditure Trends in India 2023-24 Survey Insights मासिक उपभोग व्यय में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में इजाफा, Delhi Hindi News - Hindustan
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मासिक उपभोग व्यय में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में इजाफा

भारत में ग्रामीण क्षेत्र का मासिक उपभोग व्यय 4122 रुपये और शहरी क्षेत्र का 6996 रुपये है। सांख्यिकी मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक दशक में खपत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ग्रामीण क्षेत्र में...

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 27 Dec 2024 07:30 PM
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मासिक उपभोग व्यय में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में इजाफा

- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने घरेलू उपभोग व्यय की सर्वेक्षण की जारी नई दिल्ली। विशेष संवाददाता

भारत में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाला व्यक्ति हर महीने 4122 रुपये सेवा और वस्तुओं पर व्यय कर रहा है। जबकि शहरी क्षेत्र में रहने वाली प्रति व्यक्ति 6996 रुपये खर्च कर रहा है। शुक्रवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (एचसीईएस) की वर्ष 2023-24 की रिपोर्ट जारी की, जिससे पता चलता है कि मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (एमपीसीई) में तेजी आ रही है। रिपोर्ट कहती है कि बीते एक दशक में खपत में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। वर्ष 2011-12 के मुकाबले ग्रामीण बाजार 188 और 166 प्रतिशत तक बढ़ गया है।

सर्वेक्षण कहता है कि बीते दशक में उपभोग व्यय में सुधार का सकारात्मक रुझान है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से निशुल्क प्रदान की जा रही वस्तुओं के अनुमानित मूल्य को भी जोड़ा देखा जाए तो उपभोग मासिक व्यय की धनराशि ग्रामीण क्षेत्र में 4,247 और शहरी क्षेत्रों 7,078 रुपये बैठती है। ग्रामीण और शहरी परिवारों की खाद्य वस्तुओं की टोकरी में पेय पदार्थ, जलपान और प्रसंस्कृत भोजन को प्रमुख व्यय हिस्सेदारी के तौर पर जोड़ा गया है। गैर-खाद्य व्यय में वाहन, कपड़े, बिस्तर और जूते, और मनोरंजन और टिकाऊ सामान पर होने वाले खर्चों को जोड़ा गया है। किराया का घर, गेराज किराया और होटल- आवास शुल्क भी इसमें शामिल है। शहरी परिवारों के गैर-खाद्य व्यय का करीब सात फीसदी इसकी हिस्सेदारी है। वित्तीय वर्ष 2022-23 की रिपोर्ट में ग्रामीण क्षेत्र का एमपीसीई 3773 रुपये और शहरी क्षेत्र में 6459 रुपये था। एक वर्ष के आधार देखा जाए तो ग्रामीण क्षेत्र में 349 और शहरी क्षेत्र में 537 रुपये का प्रति महीने व्यय बढ़ा है।

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प्रमुख राज्यों एमपीसीई का औसत

राज्य ग्रामीण शहरी

केरला 6611 7783

तमिलनाडु 5701 8165

पंजाब 5817 7359

आंध्र प्रदेश 5327 7182

राजस्थान 4510 6574

उत्तर प्रदेश 3481 5395

बिहार 3670 5080

झारखंड 2946 5393

नोट- संख्या रुपये में है।

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