शीघ्र उपचार के लिए रैपिड एंटीजन जांच का दायरा बढ़ाया
नई दिल्ली। कार्यालय संवाददाता कोरोना संक्रमित मरीजों की जल्द पहचान कर उनका तुरंत उपचार...
नई दिल्ली। कार्यालय संवाददाता
कोरोना संक्रमित मरीजों की जल्द पहचान कर उनका तुरंत उपचार शुरू किया जा सके, इसके लिए रैपिड एंटीजन जांच का दायरा बढ़ाया गया है। हालांकि, रैपिड एंटीजन जांच के बाद अगर किसी व्यक्ति की निगेटिव रिपोर्ट आती है तो उसकी आरटीपीसीआर जांच भी की जाएगी।
बीते कुछ दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो रैपिड एंटीजन जांच में लगातार वृद्धि भी हो रही है। पांच दिन के अंदर जांच के आंकड़े में साढ़े तीन हजार से ज्यादा की वृद्धि हुई है। 17 अप्रैल को 30024 लोगों की कोरोना जांच रैपिड एंटीजन से हुई थी जो 21 अप्रैल को बढ़कर 33680 तक पहुंच गई है। तीन दिन से इसमें लगातार वृद्धि जारी है।
कोरोना जांच की प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आरटीपीसीआर के साथ-साथ रैपिड एंटीजन से भी कोरोना जांच बढ़ा दी है। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में देरी की वजह से संक्रमित व्यक्तियों की तुरंत पहचान नहीं हो रही थी जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा था। समय पर रिपोर्ट नहीं मिलने से भी लोग परेशान हैं। साथ ही संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण फैलने का भी खतरा बना रहता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट से जांच का दायरा बढ़ाया गया है। ताकि, व्यक्ति की मौके पर जांच कर कोरोना संक्रमित होने के बारे में पता चल सके। इससे मरीज को आइसोलेट करने में तुरंत मदद मिलेगी। वहीं जो मरीज रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव आ रहे हैं, उनकी आरटीपीसीआर जांच भी की जा रही है। ताकि संक्रमण की पुष्टि अच्छे से हो सके।
एंटीजन जांच में तीन दिन से लगातार वृद्धि हो रही
तारीख रैपिड एंटीजन आरटीपीसीआर/सीबीएनएएटी/ट्रूनेट
17 अप्रैल 30024 69206
18 अप्रैल 29605 56015
19 अप्रैल 21918 68778
20 अप्रैल 29802 56724
21 अप्रैल 33680 45088