रावलपिंडी तक सुनाई दी भारतीय सेना के शौर्य की धमक: राजनाथ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर करारा जवाब दिया है। ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ संकल्प शक्ति का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा...

लखनऊ, विशेष संवाददाता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारतीय सेना ने साहस, संयम और शौर्य का परिचय देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर करारा जवाब दिया है। सेना की कार्रवाई सीमा से सटे ठिकानों तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसकी धमक पाकिस्तानी सेना के हेडक्वार्टर रावलपिंडी तक सुनाई दी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एवं टेस्टिंग फैसिलिटी का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करते हुए यह बात कही। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र करते हुए कहा, हमने दिखा दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत जब भी कोई कार्रवाई करेगा तो आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी।
इच्छाशक्ति का प्रतीक बना ऑपरेशन राजनाथ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। जिन भारत विरोधी और आतंकी संगठनों ने भारत माता के मस्तक पर हमला कर कई परिवारों के सिंदूर मिटाए थे, उन्हें भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से इंसाफ दिलाने का काम किया है। दृढ़ संकल्प शक्ति दिखाई रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ संकल्प शक्ति का प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया। इसके विपरीत, पाकिस्तान ने भारत के नागरिक क्षेत्रों, मंदिरों, गुरुद्वारों और गिरजाघरों को निशाना बनाने का प्रयास किया। राजनाथ ने उरी, पुलवामा और हाल की पहलगाम की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयरस्ट्राइक और अब मल्टिपल स्ट्राइक के जरिए आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को स्पष्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि यह नया भारत है, जो आतंकवाद के खिलाफ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करेगा। मात्र 40 महीने में योगी ने पूरा कर दिखाया प्रोजेक्ट राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के दिन ब्रह्मोस से जुड़ी इकाई के उद्घाटन को रक्षामंत्री ने ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह दिन 1998 में पोखरण में हुए परमाणु परीक्षण की याद दिलाता है, जब तत्कालीन अटल सरकार में अपनी सामरिक ताकत का प्रदर्शन किया था। रक्षामंत्री ने बताया कि इस परियोजना का शिलान्यास उन्होंने स्वयं किया था और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे मात्र 40 महीनों में पूरा कर दिखाया। उन्होंने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की सराहना की। विकास की ऊंचाइयों तक ले जाएगा डिफेंस कॉरिडोर रक्षामंत्री ने उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर को भारत के रक्षा उत्पादन का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। यह कॉरिडोर लखनऊ, कानपुर, झांसी, चित्रकूट, आगरा और अलीगढ़ से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि ये सभी नोड्स भविष्य में विकास के नए केंद्र बनकर उभरेंगे। 34 हजार करोड़ रुपये के 180 एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके रक्षामंत्री ने बताया कि डिफेंस कॉरिडोर में विमान निर्माण, यूएवी, ड्रोन, गोला-बारूद, कंपोजिट सामग्री, छोटे हथियार, टेक्स्टाइल और पैराशूट जैसे क्षेत्रों में बड़े निवेश किए गए हैं। अब तक कॉरिडोर में 34 हजार करोड़ रुपये के लगभग 180 एमओयू साइन किए जा चुके हैं और 4 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। यह सुविधा रोजगार के अवसर पैदा करेगी और छोटे एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को मजबूती देगी। केंद्र और यूपी सरकार की ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड नीति के तहत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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