पीडी:::मनीष हत्याकाण्ड::: जेल में बंद पुलिसकर्मियों से सीबीआई ने की चार घंटे पूछताछ
निचले कम्र से चार पुलिसवालों से सीबीआई ने की गुरुवार को पूछताछ मुख्य...
निचले कम्र से चार पुलिसवालों से सीबीआई ने की गुरुवार को पूछताछ
मुख्य आरोपित जेएन सिंह और अक्षय मिश्र से आज हो सकती है पूछताछ
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी सीबीआई ने गुरुवार को गोरखपुर जेल जाकर वहां बंद आरोपित पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। चार घण्टे की पूछताछ में पुलिस वालों के पसीने छूट गए। पहले दिन सीबीआई ने तत्कालीन इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज को छोड़कर बाकी चार पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए। इंस्पेक्टर जेएन सिंह व चौकी इंचार्ज से संभवत: शुक्रवार को सवाल-जवाब होंगे।
मनीष गुप्ता हत्याकांड में आरोपित बनाए गए छह पुलिसवालें वर्तमान में गोरखपुर जेल में बंद हैं। बुधवार को उनकी तारीख थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग से उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। सीबीआई ने पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लेने की जगह जेल में ही पूछताछ करने की कोर्ट से अनुमति ले ली थी। इसी क्रम में गुरुवार को सीबीआई टीम गोरखपुर जेल पहुंची। इससे पहले सीबीआई के दो सदस्यीय टीम गोरखपुर में मौजूद थी लेकिन आरोपितों से पूछताछ करने के लिए दो अन्य अफसर गुरुवार को ढाई बजे तक लखनऊ से एनेक्सी भवन पहुंचे। यहां चारों अफसरों ने आधे घंटे तक एक साथ मीटिंग की और फिर गोरखपुर जेल के रवाना हुए। इससे पहले जेल प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई थी।
सीबीआई की चार सदस्यीय टीम शाम 3.39 बजे मण्डलीय कारागार में दाखिल हुई। सभी पुलिस वालों को वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में पहले तलब किया गया। कुछ देर बाद सभी लौटा दिए गए और सिपाही से पूछताछ की शुरुआत कर एक-एक कर चार आरोपित पुलिसकर्मी बुलाए गए। पहले सिपाही प्रशांत, फिर हेड कांस्टेबल कमलेश यादव, दरोगा राहुल दुबे और दरोगा विजय यादव को सीबीआई ने एक के बाद एक कर बुलाया।
मानसी हॉस्पिटल के डॉक्टर से भी की पूछताछ
सीबीआई ने मानसी हास्पिटल के डॉक्टर से भी आधा घंटे तक पूछताछ की। सुबह करीब साढ़े दस बजे उन्हें एनेक्सी भवन बुलाया गया था। यहां बता दें कि मनीष गुप्ता को होटल से सबसे पहले मानसी हॉस्पिटल ही ले जाया गया था। वहां से डॉक्टर ने हॉयर सेंटर रेफर कर दिया था।